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Terror Funding Case: कुख्यात माओवादी सुनील मांझी को NIA ने झारखंड में किया गिरफ्तार

NIA Arrested Sunil Manjhi माओवादियों के बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के सदस्य सुनील मांझी को एनआइए ने पूछताछ के लिए चार दिनों के रिमांड पर लिया है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 10:41 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 04:26 AM (IST)
Terror Funding Case: कुख्यात माओवादी सुनील मांझी को NIA ने झारखंड में किया गिरफ्तार
Terror Funding Case: कुख्यात माओवादी सुनील मांझी को NIA ने झारखंड में किया गिरफ्तार

रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने कुख्यात माओवादी सुनील मांझी उर्फ सुनील मुर्मू उर्फ सुनील सोरेन उर्फ चोपा सोरेन को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। वह गिरिडीह जिले के मधुबन थाना क्षेत्र के लहेरबेड़ा गांव का रहने वाला है और माओवादियों के बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य है। वह गिरिडीह के पारसनाथ क्षेत्र में सक्रिय रहा है और क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों से भारी मात्रा में लेवी वसूल चुका है। एनआइए ने गिरफ्तारी के बाद उसे रांची स्थित एनआइए की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया जहां से चार दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ की अनुमति मिली है। अब एनआइए टेरर फंङ्क्षडग मामले में उससे आगे की जानकारी लेगी।

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बताते चलें कि गिरिडीह जिले के सरिया थाना क्षेत्र के केसवारी निवासी बनवारी यादव का बेटा सीपीआइ माओवादी का सहयोगी मनोज कुमार 21 जनवरी 2018 को गिरिडीह के डुमरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से लेवी के छह लाख रुपये की बरामदगी हुई थी। वह माओवादियों को लेवी पहुंचाने जा रहा था कि पकड़ा गया था। इस मामले में 22 जनवरी 2018 को गिरिडीह के डुमरी थाने में मामला दर्ज किया गया था।

इस मामले की जांच गिरिडीह पुलिस कर रही थी। गिरिडीह पुलिस ने इस मामले में 17 जुलाई 2018 को चार्जशीट दाखिल किया था। इसके बाद सरकार की अनुशंसा पर एनआइए ने नौ जुलाई 2018 को मामला दर्ज किया था। एनआइए अनुसंधान के दौरान ही यह जानकारी मिली थी कि घटना के दिन मनोज कुमार लेवी के रुपयों को सुनील मांझी के पास ले जा रहा था कि पकड़ा गया था। इसके बाद से ही एनआइए को सुनील मांझी की तलाश थी।

राज्य में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने कुख्यात माओवादी सुनील मांझी उर्फ सुनील मुर्मू उर्फ सुनील सोरेन उर्फ चोपा सोरेन को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। वह गिरिडीह जिले के मधुबन थाना क्षेत्र के लहेरबेड़ा गांव का रहने वाला है और माओवादियों के बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य है। वह गिरिडीह के पारसनाथ क्षेत्र में सक्रिय रहा है और क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों से भारी मात्रा में लेवी वसूल चुका है। एनआइए ने गिरफ्तारी के बाद उसे रांची स्थित एनआइए की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया जहां से चार दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ की अनुमति मिली है। अब एनआइए टेरर फंडिंग मामले में उससे आगे की जानकारी लेगी।

क्या है पूरा मामला

गिरिडीह जिले के सरिया थाना क्षेत्र के केसवारी निवासी बनवारी यादव का बेटा सीपीआइ माओवादी का सहयोगी मनोज कुमार 21 जनवरी 2018 को गिरिडीह के डुमरी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से लेवी के छह लाख रुपये की बरामदगी हुई थी। वह माओवादियों को लेवी पहुंचाने जा रहा था कि पकड़ा गया था। इस मामले में 22 जनवरी 2018 को गिरिडीह के डुमरी थाने में कांड संख्या 06/2018 को एक कांड दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच गिरिडीह पुलिस कर रही थी।

गिरिडीह पुलिस ने इस मामले में 17 जुलाई 2018 को चार्जशीट दाखिल किया था। इसके बाद सरकार की अनुशंसा पर एनआइए ने नौ जुलाई 2018 को कांड संख्या आरसी-21/2018 दर्ज किया था। एनआइए अनुसंधान के दौरान ही यह जानकारी मिली थी कि घटना के दिन मनोज कुमार लेवी के रुपयों को सुनील मांझी के पास ले जा रहा था कि पकड़ा गया था। इसके बाद से ही एनआइए को सुनील मांझी की तलाश थी।


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