Jharkhand: साल भर से नहीं मिल रहा आवंटन, गौशालाओं की स्थिति दयनीय
इस मामले को लेकर झारखण्ड प्रादेशिक गोशाला संघ के सदस्य कृषि व पशुपालन सचिव से मिले। इस दौरान सदस्यों ने गौ सेवा आयोग के कार्यालय में सचिव एवं रजिस्टार के पदनियुक्ति किए जाने का अनुरोध भी किया। बता दें कि कोविड-19 महामारी की वजह से राज्य की कई गौशालाओं...
रांची (जागरण संवाददाता) । राज्य में गौ सेवा आयोग का गठन गोवंश के संरक्षण व संवर्धन के लिए किया गया है। गो सेवा आयोग के द्वारा राज्य की अनुबंधित गौशालाओं को आधारभूत संरचना के लिए आवंटित राशि विभाग द्वारा दी जाती रही है साथ ही साथ सरकार द्वारा राज्य में पकड़े गए गोवंशो को स्थानीय गौशालाओं को पोषण के लिए दिया जाता है। पकडे गए गोवंश की खुराकी के लिए आयोग से प्रति गोवंश 50 रुपये 6 महीने की राशि दो किस्तों में दी जाती रही है लेकिन विगत 1 सालों से भी अधिक राज्य की कई गौशालाओं की राशि आयोग से गोवंशो के खुराकी के मद में प्राप्त नहीं हुई है। आयोग में कई गौशालाओ की लाखों रुपये की राशि बाकी है।
कोविड-19 महामारी की वजह से राज्य की कई गौशालाओं की स्थिति दयनीय बनी हुई है। झारखंड प्रादेशिक गौशाला संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री शत्रुघ्न लाल गुप्ता ने सचिव कृषि व पशुपालन सहकारिता विभाग से भेंट कर गौ सेवा आयोग में सचिव एवं रजिस्ट्रार के पदनियुक्ति के लिए अनुरोध किया उन्होंने जानकारी दी कि गौ सेवा आयोग के सचिव एवं रजिस्टर सेवा निमृत हो चुके हैं।
जिस वजह से गौ सेवा आयोग से होने वाले भुगतान गौशालाओ को नहीं हो सकते है। गुप्ता ने प्रादेशिक गोशाला संघ द्वारा ज्ञापन देकर माननीय सचिब से आग्रह किया कि जल्द से जल्द दोनों रिक्तपदों पर पदनियुक्ति की जाए।
जिससे वर्तमान समय में गौशालाओं को आर्थिक सहयोग प्रदान हो सके।
अबूबक्कर सिद्दीख, सचिव ,कृषि पशुपालन एवं सहभागिता विभाग ने आश्वासन दिया कि विभाग द्वारा जल्द से जल्द पदनियुक्ति की कार्रवाई संपन्न की जाएगी ज्ञापन देने में प्रादेशिक गोशाला संघ के पूर्व अध्यक्ष शत्रुघन लाल गुप्ता,गोशाला संघ के संयुक्त सचिव प्रमोद सारस्वत व् रांची गोशाला के ट्रस्टी ओम प्रकाश छापड़िया मौजूद थे।