Potato-Onion Price: रांची में आलू-प्याज की किल्लत की अफवाह, जानें अभी क्या है कीमत
Potato Onion Price Jharkhand Samachar रांची की कृषि बाजार समिति के आलू प्याज थोक विक्रेता संघ के सचिव रोहित कुमार साह के अनुसार बाजार समिति में पहले 15 से 20 गाड़ी आलू की आवक होती थी और अभी 6 से 7 गाड़ी माल का आवक है।
तुपुदाना (रांची), जासं। Potato Onion Price, Jharkhand Samachar कोरोना महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए घोषित स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान कुछ असकमाजिक तत्वों की ओर से लगातार अलग-अलग अफवाह फैलाई जा रही है। शुक्रवार को अलग-अलग इलाकों में ऐसी जानकारी साझा कि गई कि राजधानी रांची में आलू-प्याज जैसी सब्जियों की किल्लत हो रही है। यह कोरी अफवाह है। राज्य के सबसे बड़ी मंडी कृषि बाजार समिति पंडरा में आलू और प्याज की आवक सामान्य है। बाजार में आलू प्याज का भंडार पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
कृषि बाजार समिति पंडरा के आलू प्याज थोक विक्रेता संघ के सचिव रोहित कुमार साह के अनुसार बाजार समिति पंडरा में पहले 15 से 20 गाड़ी आलू की आवक होती थी और अभी 6 से 7 गाड़ी माल की आवक है। इसी तरह प्याज पहले 15 से 17 ट्रक तक मंडी में आता था। अभी आवक घटकर 5 से 7 ट्रक हो गया है। आलू प्याज थोक विक्रेता संघ के सचिव रोहित साह के अनुसार बाजार में ग्राहकों की कमी है। लोग कम खरीददारी के लिए आ रहे हैं। इसलिए थोक व्यापारी बाहर के राज्यों से आलू प्याज कम मंगवा रहे हैं। आलू प्याज के दाम में विशेष वृद्धि नहीं हुई है।
पूर्व में सफेद आलू बंगाल का 450 से 500 रुपये प्रति 50 केजी का बोरा मिलता था और अच्छी क्वालिटी का ज्योति ब्रांड का आलू अभी ₹600 प्रति 50 केजी का बोरा है। इसी तरह प्याज के दाम में भी कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। 14 सौ से ₹15 सौ प्रति क्विंटल प्याज का भाव पंडरा मंडी में है क्योंकि अभी गर्मी का समय है। इस समय आलू और प्याज मौसम के हिसाब से बहुत जल्द खराब होता है। इसलिए थोक व्यापारी बाजार में मांग के अनुसार ही माल मंगवाते हैं। रोहित साह ने बताया कि बाजार में आलू प्याज की कमी नहीं होने दी जाएगी।
लोग किसी तरह की अफरा-तफरी का माहौल ना बनाएं, लेकिन सब्जी के खुदरा बाजार में सफेद आलू ₹18 से लेकर ₹20 और लाल आलू 20 से ₹25 मिल रहा है। वहीं प्याज 25 से ₹30 प्रति किलो की दर पर खादगढ़ा सब्जी बाजार, लालपुर सब्जी बाजार, नागा बाबा खटाल सब्जी बाजार एवं शहर के अन्य सब्जी बाजारों में बिक रही है। खुदरा व्यापारियों का कहना है कि मंडी से माल उठाने के बाद एक बोरा आलू में 5 केजी सड़ा हुआ निकलता है। इसके अलावा ट्रांसपोर्टिंग खर्च है और खुदरा में 1 किलो, 2 किलो बेचने पर काफी नुकसान होता है। इसलिए खुदरा और थोक के दामों में काफी अंतर रहता है।