शांतिनगर में न नाली न सड़क, बरसात में लोगों का आना-जाना हो जाता है बंद
रांची के वार्ड नंबर 8 के शांति नगर इलाके में लोगों का चलना मुश्किल हुआ
जागरण संवाददाता, रांची : राजधानी के वार्ड नंबर 8 के शांति नगर इलाके में गलियों में हर तरफ कीचड़ ही कीचड़ है। शांति नगर की रहने वाली सुमित्रा देवी को दूध लाने सड़क तक जाना है। वह कच्ची सड़क पार करने में कीचड़ में फंस गईं और उनकी चप्पल टूट गई। वह बताती हैं कि बस्ती के आसपास की भी सड़कों की यही स्थिति है। कई बार रांची नगर निगम में शिकायत की गई। लेकिन, आज तक न तो कोई नाली बनाने आया और ना ही सड़क।
राजधानी की स्थिति कितनी खराब है। इसका अंदाजा वार्ड नंबर आठ स्थित शांति नगर कॉलोनी से लगाया जा सकता है। इस कॉलोनी में तकरीबन 35 घर बन गए हैं। लेकिन न तो नाली बनी है और ना ही सड़क बनी है। गलियां भी उबड़-खाबड़ और कच्ची हैं। बरसात होने पर इन गलियों में इस कदर कीचड़ हो जाता है कि स्थिति गांव से बदतर हो जाती है। इस इलाके में जैसे ही तेज बरसात होती है। नाली नहीं होने से सारा पानी कच्ची सड़क पर ही भर जाता है। लोग इस मोहल्ले में आकर हैरत करते हैं कि राजधानी के बीचों-बीच गांव से भी बदतर स्थिति है। गांव में भी की पीसीसी सड़कें बन गई हैं। लेकिन आदर्श नगर में अभी तक सड़क नहीं बन पाई है। नाली नहीं बनने से बरसात का पानी नहीं निकल पाता। इसके अलावा इलाके में गंदगी का अंबार है। हर तरफ कचरा ही कचरा बिखरा पड़ा है। इलाके के लोग बताते हैं कि यहां कोई सफाई करने नहीं आता। ना ही कचरा उठाव किया जाता है। कचरा उठाव नहीं होने से इलाके में बीमारी फैलने का खतरा होता है। बरसात में कचरा और बदबू करने लगा है। हर तरफ कचरे की दुर्गंध उठ रही है। लोग बीमार हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि नगर निगम से कई बार कचरा उठाव कराने के बारे में कहा गया। लेकिन कोई सुन नहीं रहा है।
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नहीं होता डोर टू डोर कचरा उठाव
यही नहीं इलाके में डोर टू डोर कचरा उठाव वाली गाड़ी नहीं आती। इलाके के लोगों ने रांची नगर निगम में जाकर शिकायत की थी कि शांति नगर से भी डोर टू डोर कचरा उठाव किया जाए। लोग बताते हैं कि एक दिन गाड़ी आई। लेकिन उसने सड़क नहीं होने की वजह से अंदर घुसने से मना कर दिया। तब से डोर टू डोर कचरा उठाव भी नहीं हो रहा है।
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रोज पांच घंटे हो रही बिजली कटौती
इलाके में बिजली के तार भी ढीले होकर झूल रहे हैं। इलाके में बिजली कटौती भी होती है। लोग बताते हैं कि इन दिनों रोज शाम 5:00 बजे से 10:00 बजे तक बिजली कटौती हो रही है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इलाके में मच्छर की भरमार है और बिजली कट जाने से लोग परेशान हो जाते हैं।
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जमीन विवाद की वजह से नहीं बन पा रही सड़क
शांतिनगर के लोग बताते हैं कि जमीन विवाद की वजह से यह सड़क नहीं बन पा रही है। इस सड़क के कुछ आगे के हिस्से में निजी जमीन है और जिस व्यक्ति की जमीन है। वह सड़क के लिए जमीन देने को तैयार नहीं है। बाकी अन्य सड़कों में कोई परेशानी नहीं है। नगर निगम को चाहिए कि वह शांति नगर कि इन सभी सड़कों का निर्माण कराए।
---- सड़क निर्माण के लिए दिया है नगर निगम को प्रस्ताव
वार्ड नंबर 8 की पार्षद वीणा देवी बताती हैं कि उन्होंने शांति नगर इलाके में सड़क निर्माण के लिए नगर निगम को प्रस्ताव दिया है। इसके अलावा अयोध्यापुरी, सरना टोली, महावीर नगर, आदर्श नगर, पवन कॉलोनी आदि इलाके में भी नाली और सड़क के लिए प्रस्ताव दिया है। उनका कहना है कि वह जल्द ही फिर नगर निगम जाकर शांति नगर वाले प्रस्ताव को देखेंगे कि उस पर नगर निगम ने क्या किया है। उन्होंने कहा कि शांति नगर की स्थिति बेहद खराब है। यहां नाली और सड़क का निर्माण कराना जरूरी है।
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गांव से भी बदतर हैं शांतिनगर के हालात
शांति नगर के लोग बताते हैं कि इलाके में हालात काफी बदतर हैं। गांव से भी गया गुजरा इलाका बन गया है। शकुंतला देवी कहती हैं कि रोज आने जाने में काफी दिक्कत होती है। हर तरफ कचरा होने से पर्यावरण भी खराब रहता है। कमल निषाद बताते हैं कि कई बार उन लोगों ने नगर निगम से शिकायत की। लेकिन पता नहीं क्यों नगर निगम कुछ सुनवाई नहीं कर रहा है। संदीप टोप्पो का कहना है कि हर तरफ सड़क बनाई जानी चाहिए। राजधानी में कई मोहल्लों में सड़कें खराब हैं। शांति नगर की स्थिति तो बिल्कुल बदतर है। इस मोहल्ले में एक भी सड़क अभी पक्की नहीं है। यहां तक की रास्ता भी नहीं बनाया गया है। नगर निगम को इलाके का सर्वे कर यहां भी नागरिक सुविधाएं देनी चाहिए। आलोक कुमार का कहना है कि नगर निगम पता नहीं क्यों शांति नगर की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। इलाके के राजेश कुमार बताते हैं कि कच्ची सड़कों की वजह से बरसात में इस इलाके में बाइक तक नहीं आ पाती।