TOP से फरार अपराधी राजू गोप का 4 माह बाद भी सुराग नहीं, लापरवाही पर 4 पुलिसवाले किए गए हैं निलंबित
Jharkhand Latest News हटिया एएसपी ने पूरे कर प्रकरण में जांच रिपोर्ट सौंपी थी। इसके बाद कार्रवाई की गई है। पुलिस पिछले कुछ समय से लगातार शातिर अपराधी की तलाश में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है।
रांची, जासं। रांची-खूंटी रोड के टोरियन वर्ल्ड स्कूल के समीप पीएलएफआइ उग्रवादियों से पोस्टरबाजी और फायरिंग मामले में पकड़े जाने के बाद फरार कुख्यात राजू गोप को पुलिस चार माह बाद भी तलाश नहीं कर पाई है। एक तरफ जहां पीएलएफआइ के कई शातिर अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं, दूसरी तरफ राजू की तलाश में लगाई गई स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) को अब तक कोई सफलता नहीं मिल सकी है।
राजू के फरार होने के बाद तुपुदाना ओपी प्रभारी मो. तारिक अनवर, एएसआइ सत्येंद्र कुमार सिंह और दो सिपाही निलंबित किए जा चुके हैं। लापरवाही पाए जाने पर चारों को निलंबित किया गया है। हटिया एएसपी ने पूरे कर प्रकरण में जांच रिपोर्ट सौंपी थी। इसके बाद कार्रवाई की गई है। पुलिस पिछले कुछ समय से लगातार शातिर अपराधी की तलाश में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है।
सीठियो टीओपी से हुआ था फरार
बता दें कि 15 जुलाई को राजू गोप को रांची-खूंटी मार्ग के टोरियन वर्ल्ड स्कूल के पास देर रात ताबड़तोड़ फायरिंग और पोस्टरबाजी मामले में गिरफ्तार किया गया था। लेवी की मांग को लेकर पोस्टरबाजी की गई थी। शनिवार की देर रात कुख्यात अपराधी राजू गोप सिठियो टीओपी से फरार हो गया। उसे बिना हाजत वाले सीठियो टीओपी में रखकर पुलिसकर्मी सो रहे थे। इस बीच अपराधी कमरानुमा हॉल की छिटकनी खोलकर 18 जुलाई की सुबह करीब 3 बजे फरार हो गया था।
वहां तैनात तीन जवानों में एक जवान सुबह करीब तीन बजे जागा तो देखा दरवाजा खुला हुआ था और राजू गोप भाग चुका था। 15 जुलाई को राजू गोप को रांची-खूंटी मार्ग के टोरियन वर्ल्ड स्कूल के पास देर रात ताबड़तोड़-फायरिंग और पोस्टरबाजी मामले में गिरफ्तार किया गया था। लेवी की मांग को लेकर पोस्टरबाजी की गई थी। 20 से ज्यादा क्रशर संचालकों को पर्चा भी सौंपा गया था। राजू गोप की गिरफ्तारी के बाद शनिवार की शाम तुपुदाना थाने का का घेराव कर महिलाओं ने खूब हंगामा किया था।
हंगामे के बीच पुलिस उसे लेकर कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए जा रही थी। पुलिस मेडिकल और कोरोना टेस्ट कराने अस्पताल ले गई थी। इसके बाद कोर्ट में प्रस्तुत किया गया था। हालांकि शाम होने की वजह से राजू गोप को जेल नहीं भेजा जा सका और उसे सीठियो टीओपी में रखा गया था। राजू गोप के अलावा लाका पहान और अनिल मुंडा को नामजद आरोपी बनाते हुए तुपुदाना ओपी में एफआइआर दर्ज किया गया है।