आपदाओं से लड़ने के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करने की जरूरत Ranchi News
झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से यूथ लीडरशिप एंड पेंडेमिक रिस्पांस इन इंडिया विषय पर नेशनल ई-कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। एनआइडीएम के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मेजर जनरल एमके बिंदाल ने कहा देश को उन्नति के पथ पर अग्रसर करने में युवाओं की भूमिका अग्रणी है।
रांची, जासं । झारखंड रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के आपदा प्रबंधन विभाग के तत्वावधान में यूथ लीडरशिप एंड पेंडेमिक रिस्पांस इन इंडिया विषय पर नेशनल ई-कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। एनआइडीएम नई दिल्ली के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मेजर जनरल एमके बिंदाल ने कहा कि देश को सुरक्षित रखने और उन्नति के पथ पर अग्रसर करने में युवाओं की भूमिका अग्रणी है। आपदाओं से लड़ने के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव कर्नल डा. राजेश कुमार ने कहा कि मौजूदा हालात में प्रैक्टिकल होने की आवश्यकता है।
देश के युवाओं में आपदाओं से लड़ने की क्षमता विद्यमान है। जरूरत है उन्हें प्रशिक्षित कर हमें हर प्रकार के चुनौतियों से लड़ने के काबिल बनाने की। उन्हेांने कहा कि कोराेना ने हमें एक-दूसरे काे अधिक से अधिक मदद करना सिखा दिया। कोरोना से जंग जरूर जीतेंगे। युवा ऊर्जावान होते हैं। उनमें सीखने और दूसराें की मदद करने का जोश होता है। युवाअेां के ऐसे गुण को उभारना है। सभी मिलकर लड़ेंगे तो किसी भी तरह की आपदा से हम निपट लेंगे। कांफ्रेंस में बनारस हिंदू विवि से डॉ आरके मल, आइआइटी-आइएसएम धनबाद से डा. एसके सिन्हा, संत जेवियर्स कालेज रांची से डा. रितेश कुमार, केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखण्ड से डा. प्रज्ञान पुष्पांजलि एवं किरण जलेम, मेजर अपूर्व शर्मा, एडवोकेट नेहा पांडेय, डॉ सुमित, डॉ स्वेता, रोहित राज आदि शामिल हुए।