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Terror Funding: NIA ने पीएलएफआइ से जुड़े 5 सदस्यों के खिलाफ दाखिल किया पूरक आरोप पत्र

Jharkhand Latest News. पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के लेवी-रंगदारी के रुपयों को अलग-अलग जगह निवेश करते थे। तीन कंपनियों के खिलाफ भी पूरक आरोप पत्र दाखिल हुआ है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 25 Jul 2020 04:11 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jul 2020 04:11 PM (IST)
Terror Funding: NIA ने पीएलएफआइ से जुड़े 5 सदस्यों के खिलाफ दाखिल किया पूरक आरोप पत्र
Terror Funding: NIA ने पीएलएफआइ से जुड़े 5 सदस्यों के खिलाफ दाखिल किया पूरक आरोप पत्र

रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने शुक्रवार को उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) के पांच सदस्यों के खिलाफ एनआइए की रांची स्थित विशेष अदालत में पूरक आरोप पत्र दायर किया है। जिन लोगों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दाखिल किया गया है, उनमें पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप की पत्नी शकुंतला कुमारी व हीरा देवी उर्फ अनिता देवी, खूंटी के जयप्रकाश सिंह भूइयां, अमित कुमार उर्फ अमित जायसवाल व गुमला के फुलेश्वर गोप शामिल हैं।

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इसके अलावा तीन अन्य कंपनियों पर भी आरोप पत्र दाखिल किया गया है, जो पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के लेवी व रंगदारी के तौर पर वसूले गए रुपयों को निवेश करती थी। इन कंपनियों में मेसर्स भव्य एंजिकॉन प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स शिव आदि शक्ति मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड व मेसर्स शिव शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। टेरर फंडिंग का यह मामला 500 व 1000 रुपये के पुराने नोट की बंदी के वक्त बेड़ो में बरामद पीएलएफआइ के 25.38 लाख रुपये से संबंधित है।

ये रुपये पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के थे, जिसे बेड़ो में एसबीआइ की शाखा में जमा करने ले जाते समय 10 नवंबर 2016 को पकड़ा गया था। इस मामले में 9 जनवरी 2017 को चार्जशीट दाखिल की गई थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बेड़ो के इस केस को 19 जनवरी 2018 को टेकओवर करते हुए छह अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद सर्च ऑपरेशन के दौरान 90 लाख रुपये की संपत्ति व अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज की भी बरामदगी हुई थी।

इसके बाद 21 अक्टूबर 2019 को पहला पूरक आरोप पत्र दाखिल किया गया था। अनुसंधान के दौरान ही पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप की दोनों पत्नियां शकुंतला कुमारी व हीरा देवी की 30 जनवरी 2020 को गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद दिनेश गोप का सहयोगी जयप्रकाश सिंह भूइयां व अमित कुमार उर्फ अमित कुमार जायसवाल 2 मार्च 2020 को गिरफ्तार किया गया था, जबकि 13 जुलाई को फुलेश्वर गोप पकड़ा गया था।

अनुसंधान में जो निकला

एनआइए के अनुसंधान में यह बात सामने आई कि पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप की पत्नी शकुंतला कुमारी ने तीन कंपनियां मेसर्स भव्य इंजीकॉन प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स शिव आदि शक्ति मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड व मेसर्स पलक इंटरप्राइजेज को दिनेश गोप के निर्देशन में संचालित किया। इसमें एक अन्य आरोपित सुमंत कुमार ने इन्हें सहयोग किया। आगे यह भी जानकारी मिली कि दिनेश गोप की दूसरी पत्नी हीरा देवी ने फुलेश्वर गोप के साथ मिलकर शिव शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड संचालित किया। इन कंपनियों में लेवी-रंगदारी के रुपयों को निवेश किया।

बैंक खाते से 19 लाख व 25 लाख की दो गाडिय़ां भी जब्त

एनआइए ने जांच के दौरान सभी पांच आरोपितों के बैंक खातों को भी खंगाला, जहां लेवी-रंगदारी के रुपये रखे गए थे। पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप की पत्नी शकुंतला कुमारी व हीरा देवी के खाते में 19 लाख 93 हजार 817 रुपये जब्त किए। इसके अलावा दो कारें जिनकी कीमत 25 लाख रुपये थी, उसे भी जब्त किया। इस कांड का अनुसंधान जारी है।


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