NIA का शिकंजा, पीएलएफआइ सुप्रीमो के सहयोगी को रांची से उठाया Ranchi News
Jharkhand. नक्सलियों को टेरर फंडिंग की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) का घेरा नक्सलियों पर लगातार कसता जा रहा है।
रांची, राज्य ब्यूरो। नक्सलियों को टेरर फंडिंग की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) का घेरा नक्सलियों पर लगातार कसता जा रहा है। इसी क्रम में एनआइए ने पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) के सुप्रीमो दिनेश गोप के लेवी के रुपयों के निवेशक जितेंद्र कुमार सिंह को रांची से गिरफ्तार किया है। जितेंद्र की गिरफ्तारी जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में सिंह मोड़ के प्रेम नगर रोड स्थित उसके घर से हुई है। एनआइए ने शनिवार को विशेष न्यायाधीश नवनीत कुमार की अदालत में पेश करने के बाद उसे अदालत के आदेश पर उसे तीन जुलाई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
नोटबंदी के समय पकड़े गए थे 25 लाख रुपये
दिसंबर 2016 में नोटबंदी के वक्त नक्सलियों ने लेवी-रंगदारी से जुटाए गए अवैध रुपयों को खपाना शुरू किया था। इसी क्रम में पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप ने बेड़ो में अपने सहयोगी पेट्रोल पंप के मालिक के माध्यम से 25 लाख रुपये के पुराने नोट को जमा करने के लिए बैंक में भेजा था। रांची पुलिस की टीम ने मौके से ही रुपये जमा करने वालों को दबोच लिया था।
छानबीन में यह खुलासा हो गया था कि गोप ने कामडारा के एक ठेकेदार के माध्यम से उक्त राशि पेट्रोल पंप संचालक तक पहुंचाई थी। बाद में इस केस को एनआइए ने टेकओवर किया था। इसके बाद से ही एनआइए पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के सहयोगियों को तलाश रही है। गोप के लेवी के रुपयों के निवेशकों की तलाश में एनआइए रांची से लेकर कोलकाता तक छापेमारी कर चुकी है। पूर्व में कई पकड़े भी जा चुके हैं।