रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) के सुप्रीमो दिनेश गोप के सहयोगी फुलेश्वर गोप को सोमवार को गिरफ्तार किया है। वह गुमला जिले के पालकोट रोड गुमला का रहने वाला है। एनआइए ने मंगलवार को उसे एनआइए की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया, जहां से उसे चार दिनों के रिमांड पर लिया गया है।
इधर अब तक के अनुसंधान में यह खुलासा हुआ है कि फुलेश्वर गोप ने दिनेश गोप के इशारे पर उसकी पहली पत्नी हीरा देवी के साथ मिलकर एक कंस्ट्रक्शन कंपनी मेसर्स शिव शक्ति समृद्धि इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी खोली। उस कंपनी में दिनेश गोप के लेवी-रंगदारी के रुपयों का निवेश किया। इस रुपये से जो आमदनी हुई, उसे दिनेश ने अपने उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के विस्तार पर इस्तेमाल किया।
बताते चलें कि नोटबंदी के समय रांची के बेड़ो से 10 नवंबर 2016 को पुलिस ने दिनेश गोप द्वारा वसूले गए 25.38 लाख रुपये पुराने नोट बरामद किए थे। राज्य पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनके विरुद्ध 19 जनवरी 2017 को चार्जशीट दाखिल की गई थी।
इसके बाद 19 जनवरी 2018 को एनआइए ने संबंधित केस को टेकओवर किया था। सर्च के दौरान सहयोगियों की निशानदेही पर दिनेश गोप से संबंधित 90 लाख की संपत्ति एनआइए ने जब्त की थी। साथ ही कई संदिग्ध दस्तावेज भी जब्त किए गए थे।
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