सुरक्षित है आपका अखबार: पढ़ने से ज्ञान बढ़ता है, कोरोना नहीं फैलता Ranchi News
Jharkhand News. डब्ल्यूएचओ समेत तमाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों और स्वास्थ्य के जानकारों ने इस बात की तस्दीक की है कि अखबार पूरी तरह सुरक्षित है।
रांची, जेएनएन। कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौर में भी आपका प्रिय अखबार दैनिक जागरण सच्चे साथी की रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है। देश-दुनिया की खबरें परोसने के साथ सचेत करने और आपको सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी भी हम बखूबी निभाते रहे हैं। खबरों का सबसे विश्वसनीय माध्यम होने के साथ-साथ हमारी कोशिश आपको भ्रांतियों और अफवाहों से बचाने की भी है। डब्ल्यूएचओ समेत तमाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों और स्वास्थ्य के जानकारों ने इस बात की तस्दीक की है अखबार पूरी तरह सुरक्षित है। अखबार पढऩे से कोरोना नहीं फैलता, बल्कि ज्ञान बढ़ता है। कोरोना को दूर भगाने में यह आपकी साझीदार है। आपके हाथों में सुरक्षित अखबार पहुंचाने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। अपने प्रिय अखबार की तरह आप भी सुरक्षित रहें, यही हमारी कामना है।
अखबार पूरी तरह सुरक्षित, पढ़े बिना एक भी दिन नहीं रहता : हेमंत
मैं लगातार दैनिक जागरण पढ़ता हूं। कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान भी कोई ऐसा दिन नहीं रहा, जब मैंने अखबार न पढ़ा हो, अखबार पूरी तरह सुरक्षित है, यह बात समय-समय पर विश्व स्वास्थ्य संगठन समेत तमाम वैज्ञानिक शोध में साबित हो चुकी है। चिकित्सकों ने भी इसके उपयोग को सुरक्षित कहा है। सोशल मीडिया में गलत खबरों की बाढ़ के बीच अखबार ही समाचारों के सबसे भरोसेमंद स्रोत हैं। साथ ही अखबार प्रबंधन प्रकाशन से लेकर वितरण तक में तमाम सुरक्षा मानकों का ख्याल रखते हैं। इसलिए सभी लोग अफवाहों से बचें और अखबार पढ़कर अपना ज्ञान बढ़ाएं। -हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री, झारखंड।
अखबार से नहीं फैलता कोरोना : डॉ. डीके सिंह
समाचार जानने करने का विश्वसनीय माध्यम अखबार है। अखबारों में छपी खबरों की विश्वसनीयता होती है। घटनाक्रम की पूरी पड़ताल के बाद ही खबर छापी जाती है। इसलिए अखबार के समाचार को ऑथेंटिक माना जाता है। चूंकि अखबार छापने के पूरे प्रोसेस को उच्च तापमान से गुजरना पड़ता है, जिस वजह से कोरोना या किसी वायरस के रहने का खतरा नहीं होता। अपडेट रहने और सही व सटीक जानकारी के लिए अखबार पढ़ते रहें। मैं लॉकडाउन के बीच भी लगातार अखबार पढ़ता रहा। दैनिक जागरण मेरा पसंदीदा अखबार है। -डॉ. डीके सिंह, निदेशक, रिम्स।
कोरोना से लड़ने में अखबार को बनाएं हथियार : रघुवर
दैनिक जागरण ने समाज के प्रति लगातार अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। मैं लंबे समय से दैनिक जागरण पढ़ता रहा हूं। यह बात सबको समझ लेना चाहिए कि अखबार सैनिटाइज होने के बाद ही पाठक के पास पहुंचते हैं। अफवाहों के इस दौर में सबको सचेत रहने की जरूरत है। आप समाचार पत्र नियमित रूप से पढ़ें और देश-दुनिया की खबरों से अवगत होते रहें। मैं भी रोज अखबार पढ़ता हूं। लॉकडाउन के दौरान तो इसका भरपूर आनंद उठाया। -रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री।
अखबार पढऩे से नहीं फैलता कोरोना वायरस : डॉ. अखौरी
मैं 35 सालों से कई तरह के वायरस को लेकर विशेषज्ञ के तौर पर काम कर रहा हूं। जो अफवाहें उड़ रही हैं, उनके प्रति सचेत रहें। अभी तक पूरे विश्व में कहीं भी यह प्रमाणित नहीं हुआ है कि अखबार के माध्यम से कोरोना वायरस फैल सकता है। इसके प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। मैं रोजाना दैनिक जागरण पढ़ता हूं। अखबार के बिना मैं चाय भी नहीं पीता। अखबार सुरक्षित है। सोशल मीडिया में गलत व भ्रामक जानकारी मिलती है। ऐसे में अखबार ही आपको सही जानकारी देता है। आप भी निर्भीक होकर अखबार पढि़ए। -डॉ. एसी अखौरी, पूर्व प्रिंसिपल, एमजीएम कॉलेज, जमशेदपुर।
सूचनाओं के लिए सबसे विश्वसनीय स्रोत है अखबार
कोरोना वायरस की रोकथाम में सूचनाएं सबसे बड़ा हथियार बन कर उभरी हैं। समाचार पत्र सूचनाओं का माध्यम हैं। ऐसे में हम सभी को भ्रम से दूर रहना चाहिए। अखबार से वायरस नहीं फैलता। सही सूचनाएं प्राप्त होती हैं। अखबार के कागज से वायरस नहीं फैलता। कई विशेषज्ञों ने इसकी पुष्टि की है। -संजय सेठ, सांसद, रांची।
मेरी अपील है भ्रामक खबरों से दूर रहें
यह पूरी तरह भ्रामक है कि अखबार के कागज से कोरोना फैल सकता है। कुछ शरारती तत्व इस प्रकार के अफवाह को प्रचारित व प्रसारित कर रहे हैं। आम लोगों से मेरी अपील है कि इस भ्रम से दूर रहें। अखबार के कागज से संक्रमण नहीं फैलता। आप निश्चिंत होकर समाचार पत्र पढ़ें। सही सूचनाओं से अवगत रहें। -आशा लकड़ा, मेयर, रांची।
समाचार पत्र पर भरोसा करें
बीमारियों की रोकथाम में सूचनाओं की अहम भूमिका होती है। कई बार सही सूचना के अभाव में हम अपने सुरक्षा तंत्र को कमजोर कर लेते हैं। ऐसे में जरूरी है कि समाचार पत्र पर भरोसा करें। अखबार से कोरोना नहीं फैलता। निश्चिंत होकर आप अखबार पढ़ें। -कुणाल अजमानी, अध्यक्ष, एफजेसीसीआइ।
मेरे दिन की शुरुआत ही अखबार से होती है
मेरे दिन की शुरुआत अखबार के साथ होती हैं। अखबार के जरिए वायरस फैलने की सूचनाएं पूरी तरह गलत हैं। पूरी दुनिया में ऐसा कोई मामला नहीं आया है। विशेषज्ञ लगातार इस बारे में लोगों को अवगत करा रहे हैं। आम लोगों तक पहुंचने से पहले अखबार पूरी तरह सैनिटाइज होकर निकलता है। इस पूरी प्रक्रिया में तकनीक का इस्तेमाल होता है। -सीपी सिंह, पूर्व मंत्री, रांची।
कई सुरक्षा प्रक्रिया से गुजरता है अखबार
मेरे दिन की शुरुआत समाचार पत्रों के साथ ही होती हैं। मैंने पहले भी कहा है और फिर दोबारा कह रहा हूं। अखबार के कागज से कोरोना वायरस नहीं फैलता। समाचार पत्र अपने पाठकों तक पहुंचने से पहले सभी प्रकार के सुरक्षा प्रक्रियाओं से होकर गुजरता है। सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया समाचार पत्र प्रकाशन का अनिवार्य हिस्सा है। निश्चिंत रहें, अखबार पढ़ें, सुरक्षित रहें। -संजीव विजयवर्गीय, डिप्टी मेयर, रांची।