हवाई उड़ान वाले यात्री ध्यान दें, एयरपोर्ट पर खुद पूरी करनी होगी सारी प्रक्रिया; 2 घंटे पहले पहुंचें
Jharkhand. यात्रियों को बोर्डिंग व प्री सिक्युरिटी जांच के लिए दो घंटे पूर्व एयरपोर्ट पहुंचना होगा। वेब टिकट वाले यात्रियों को डिक्लारेशन फॉर्म भरना होगा।
रांची, जासं। रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर विमानों के आगमन, प्रस्थान से लेकर कोरोना वायरस के संक्रमण से एयरपोर्ट परिसर को सुरक्षित रखने तक की तैयारी पूरी कर ली गई है। हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के बोर्डिंग पास व आइकार्ड की जांच, लगेज की स्कैनिंग, चेक-इन काउंटर, सिक्युरिटी एरिया में एयरपोर्ट व सीआइएसएफ के अधिकारी यात्रियों के साथ नो टच के प्रावधान का अनुपालन करेंगे। शुक्रवार को एयरपोर्ट की तैयारी पर चर्चा करते हुए ये बातें एयरपोर्ट निदेशक विनोद शर्मा ने कही।
उन्होंने बताया कि फिलहाल रांची से किस-किस विमान का ऑपरेशन होगा और क्लास ऑफ सेक्टर के तहत किराए की रूपरेखा क्या होगी, इसकी जानकारी अब तक नहीं मिली है। संभवत: शनिवार या रविवार तक इससे संबंधित जानकारी उपलब्ध जाएगी। सर्विस ऑपरेशन प्रोसीज्योर (एसओपी) की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि रांची से विभिन्न जगहों के लिए उड़ान भरने वाले यात्री जब बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेंगे तो उनके बीच शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए सफेद घेरे बनाए गए हैं।
अब यात्रियों को बोर्डिंग व प्री सिक्युरिटी जांच के लिए दो घंटे पूर्व एयरपोर्ट पहुंचना होगा। वेब टिकट वाले यात्रियों को डिक्लारेशन फॉर्म भरना होगा। उनके मोबाइल में अरोग्य सेतु एप भी होना चाहिए। टर्मिनल के बाहर यात्रियों को शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। यात्रियों के भारी लगेज एयरपोर्ट टर्मिनल के बाहर ही सैनिटाइज किए जाएंगे। यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। प्रवेश द्वार पर लगे वेब कैम के सामने यात्री स्वयं अपना बोर्डिंग पास व आइ कार्ड टिकट दिखाएंगे। स्क्रीन पर बोर्डिंग पास व आइकार्ड की जांच करने के बाद सीआइएसएफ के अधिकारी उन्हें एयरपोर्ट टर्मिनल के अंदर प्रवेश करने देंगे।
यात्रियों को अपने साथ एक हैंड बैग व एक लगेज ले जाने की अनुमति होगी। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट टर्मिनल के अंदर यात्री अपने लगेज की स्कैनिंग खुद कराएंगे, अर्थात स्कैनिंग मशीन के अंदर लगेज को डालने व मशीन से स्कैनिंग होकर निकलने के बाद यात्री स्वयं अपना लगेज उटाएंगे। फिर चेक-इन काउंटर पर वे अपना बोर्डिंग पास दिखाएंगे। बोर्डिंग पास दिखाते ही वहां बैगेज टैग निकलेगा, जिसे उन्हें स्वयं अपने लगेज में लगाना होगा।
उसके बाद वे एसएचए सिक्युरिटी एरिया में आएंगे, जहां वे स्वयं सुरक्षा जांच करने वाली मशीन (एचएचएमडी डिवाइस) को उठाकर सीआइएसएफ अधिकारी के समक्ष अपनी जांच करेंगे। फिलहाल बोर्डिंग पास पर स्टांपिंग नहीं होगी। सुरक्षा जांच के बाद 10-10 के बैच में यात्रियों को विमान में बैठने के लिए भेजा जाएगा। हवाई यात्रा करने वाले यात्री अपने साथ 350 मिली. का हैंड सैनिटाइजर लेकर जा सकते हैं।