नए व समसामायिक स्वरुप में आई है नई शिक्षा नीति : द्रौपदी मुर्मू
विवेकानंद विद्या मंदिर में रविवार को झारखंड अन ऐडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (जुप्सा) की ओर से नई शिक्षा नीति-2020 पर कॉनक्लेव का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, रांची : विवेकानंद विद्या मंदिर में रविवार को झारखंड अन ऐडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (जुप्सा) की ओर से नई शिक्षा नीति-2020 पर कॉनक्लेव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है। उसका प्रभाव शिक्षा व्यवस्था पर भी पड़ा है। नई शिक्षा नीति हर स्तर पर लोगों के सुझाव के बाद एक नए व समसामयिक स्वरुप में हम सभी के बीच आई है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति लागू हो जाने के बाद साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स की बंदिश खत्म हो जाएगी। विद्यार्थी साइंस के साथ अपने पसंद के आर्ट्स के विषय को भी रख सकेंगे। इसमें एक तरह से एक्सीलेंस पर जोर दिया गया है। छठी कक्षा से ही बच्चों को स्किल डेवलपमेंट की शिक्षा दी जाएगी। राज्यपाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति में मातृभाषा की अहमियत का ध्यान रखा गया है। इससे स्कूल के स्तर से ही इनोवेटिव आइडिया विकसित होंगे। कार्यक्रम का संचालन जुप्सा के अध्यक्ष अभय कुमार मिश्रा ने किया। इससे पहले अतिथियों का स्वागत स्कूल की प्रचार्या डॉ. किरण द्विवेदी और धन्यवाद ज्ञापन सचिव अमरेश श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में शिक्षांगन के निदेशक विजय गुप्ता सहित अन्य शामिल हुए। भारतीय मूल्यों को प्राथमिकता देने वाली शिक्षा नीति
कार्यक्रम में रांची विवि के वीसी डॉ. रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि मैकाले की शिक्षा नीति से भिन्न पहली बार भारतीय मूल्यों को प्राथमिकता देने वाली शिक्षा नीति बनाई गई है। इसमें ग्रामसभा से लेकर लोकसभा तक के लाखों सुझावों को शामिल किया गया है। विकास विद्यालय के प्राचार्य पीएस कालरा ने कहा कि यह नीति बच्चों की जड़ों को मजबूत करेगा।