कृषि व जल संरक्षण तथा वित्तीय समावेशन को सशक्त करने की आवश्यकता, आंगनबाड़ी केंद्रों को बनाया जाएगा मॉडल
Chatra News उन केंद्रों के बच्चों को प्ले स्कूल की तरह ऑडियो व वीडियो के जरिए पठन-पाठन प्रारंभ किया गया। हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण आंगनबाड़ी केंद्रों में पिछले करीब दो वर्षों से पठन-पाठन ठप है। सदर अस्पताल में मातृ एवं शिशु मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा
चतरा, जागरण संवाददाता। आकांक्षी जिला चतरा में स्वास्थ्य-पोषण एवं शिक्षा के क्षेत्र में अपेक्षित सुधार हुए हैं। सदर अस्पताल से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक मरीजों को बेहतर चिकित्सीय व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। बुनियादी सुविधाएं सुदृढ़ की जा रही है। वेंटिलेटर, एसएनसीयू, ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू, ऑपरेशन थियेटर, डिजिटल एक्सरे, ईसीजी, एंबुलेंस आदि की सुविधाएं विकसित की गई है। सदर अस्पताल में 15 डॉक्टर पदस्थापित है। इनमें सर्जन से लेकर विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ डॉक्टर शामिल है। इतना ही नहीं 50 से 55 स्टाफ कार्यरत हैं। पोषण के क्षेत्र में करीब डेढ़ सौ आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल बनाया गया है।
ऑनलाइन पढ़ाई शुरु
उन केंद्रों के बच्चों को प्ले स्कूल की तरह ऑडियो व वीडियो के जरिए पठन-पाठन प्रारंभ किया गया। हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण आंगनबाड़ी केंद्रों में पिछले करीब दो वर्षों से पठन-पाठन ठप है। सदर अस्पताल में मातृ एवं शिशु मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा की व्यवस्था की गई है। यहां सिक नियोनेटल केयर यूनिट (एसएनसीयू) की स्थापना की गई है। जिसमें उन नवजात बच्चों के इलाज की सुविधा है, जिनका जन्म समय से पहले हो गया हो या फिर वजन कम है। इधर शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उत्क्रमित 22 हाई स्कूलों को मॉडल बनाया जा रहा है। भवन से लेकर दूसरी अन्य सुविधाएं बहाल की जा रही है। कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, स्मार्ट क्लास रूम, लाइब्रेरी आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही है।
नौवीं और दसवीं की छात्राओं को मिलेगा टैबलेट
कस्तूरबा गांधी एवं झारखंड आवासीय विद्यालयों में अध्ययनरत नौ एवं दसवीं कक्षा की बच्चियों को टैबलेट दिया जाएगा। चतरा महाविद्यालय परिसर में चार करोड़ की लागत से भव्य लाइब्रेरी का निर्माण प्रस्तावित है। कृषि एवं जल संरक्षण तथा वित्तीय समावेशन में बेहतर कार्य हो रहे हैं। हालांकि उसे और सशक्त करने की आवश्यकता है। इसी प्रकार ढांचागत सुविधाएं भी विकसित करने पर जिला प्रशासन बल दे रहा है। नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग में पहले पायदान से लेकर अंतिम पायदान तक का सफर तय किया है। दिसंबर 2021 में चतरा की रैंकिंग 65वें स्थान पर थी। जबकि नवंबर में देशभर में दूसरे, अक्टूबर में 78, सितंबर में भी दूसरे, अगस्त में 12वें, जुलाई में सातवें, जून में 71, मई एवं अप्रैल में कोरोना की वजह से रैंकिंग नहीं हुई थी। मार्च में 112वें, फरवरी में 31 एवं जनवरी में 12वें स्थान पर था।
आपसी समन्वय के साथ बेहतर करने की कोशिश हो रही है। उपायुक्त के मार्ग दर्शन में सभी इंडीकेटर्स में काम हो रहे हैं। यह सच है कि स्वास्थ्य-पोषण एवं शिक्षा में अपेक्षित सुधार हुए हैं। ढांचागत सुविधाएं भी बेहतर हो रही है। दूसरे अन्य इंडीकेटर्स में भी इसी तरह के बदलाव हो रहे हैं।
सुनील कुमार सिंह, डीडीसी, चतरा।