Move to Jagran APP

Mustard Oil Price: सरसों ने निकाला किचन का तेल, 15 दिनों में 10 रुपये प्रति लीटर बढ़े दाम

Mustard Oil Price सरसों तेल के साथ रिफाइन मूंगफली और पाम तेल की कीमतों में इजाफा हुआ है। किचन का बजट प्रभावित हुआ है। सरसों का भाव 5500 रूपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। महज आठ दिनों के अंदर 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी हुई है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 11:51 AM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 11:54 AM (IST)
Mustard Oil Price: सरसों ने निकाला किचन का तेल, 15 दिनों में 10 रुपये प्रति लीटर बढ़े दाम
हालांकि एक महीने के अंदर तेल के फिर से सामान्य होने की आशा है।

रांची, जासं। 70 रुपये किलो बिक रहे प्याज के कारण पहले से ही आम आदमी परेशान था। इस बीच दिवाली से पहले सरसों तेल की बढ़ी कीमतों ने महंगाई की मार को और बढ़ा दिया है। पंद्रह दिन पहले 120 से 125 रुपये बिक रहा सरसों का तेल अब बाजार में 130 से 135 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। थोक व्यापारी बता रहे हैं कि अभी कीमतों और तेजी आने की संभावना है। पंडरा बाजार समिति के व्यापारी बता रहे हैं कि बाहर से भी माल महंगा आ रहा है।

loksabha election banner

इसके पीछे सबसे बड़ा कारण यह है कि सरसों का भाव 5500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। महज आठ दिनों के अंदर 200 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी हुई है। बीते 21 अक्टूबर को इसका भाव 5300 रुपये प्रति क्विंटल था। अपर बाजार के थोक तेल विक्रेता बताते हैं कि सरसों तेल के साथ रिफाइन, मूंगफली और पाम तेल के दामों में भी वृद्धि हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि सरकार के द्वारा विदेश से सोयाबीन और पाम आयात किया जाता था।

मगर कोरोना संक्रमण के कारण इस आयात पर भारी असर पड़ा है। इसके कारण तेल उत्पादन प्रभावित हुआ है। वैसे भी ठंड के दिनों में सरसों तेल के दाम में तीन से पांच रुपये प्रति लीटर का फर्क देखने को मिलता है। इसके साथ माल ढुलाई का भाड़ा बढ़ जाने से भी तेल की कीमतों में तेजी आई है। हालांकि एक महीने के अंदर सरसों तेल के दाम फिर से सामान्य होने की आशा है।

बढ़ी मांग और कम आपूर्ति भी है कारण

त्योहार के कारण बाजार में तेल की मांग में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। मगर देश में सरसों और सोयाबीन का उत्पादन विभिन्न कारणों से प्रभावित हुआ था। इसका असर अनलाॅक में बाजार खुलने के बाद दिखने लगा है। त्योहार के बाद मांग सामान्य होने की आशा है। ऐसे में दाम फिर से सामान्य हो जाएंगे। मगर दाम पूरी तरह से नियंत्रित होने के लिए सरसों की अगली फसल के फरवरी में आने की प्रतिक्षा करनी पड़ेगी।

तेल            थोक दाम (सितंबर में)    थोक दाम (अक्टूबर में)    खुदरा दाम (सितंबर में)    खुदरा दाम (अक्टूबर में)

आनंदम मूंगफली तेल        180            180            185            190

सरसों तेल धनुष        128            140            133            150

सरसों तेल हाथी        134            138            140            150

सोया फॉर्चून            106            115            114             125

सनफ्लावर फॉर्चून        116            128            126          138

पाम आयल राग        100            102            110          112


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.