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गर्मी में होने वाले पेयजल संकट के समाधान के लिए रांची नगर निगम तैयार

नगर निगम क्षेत्र में कुल 437 सार्वजनिक स्थानों पर 77 टैंकरों के माध्यम से अलग-अलग वार्डों में वाटर सप्लाई की जाएगी।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 15 Apr 2020 01:13 PM (IST)Updated: Wed, 15 Apr 2020 01:13 PM (IST)
गर्मी में होने वाले पेयजल संकट के समाधान के लिए रांची नगर निगम तैयार
गर्मी में होने वाले पेयजल संकट के समाधान के लिए रांची नगर निगम तैयार

रांची, जासं। गर्मी में होने वाले पेयजल संकट के समाधान को लेकर रांची नगर निगम ने तैयारी पूरी कर ली है। नगर निगम क्षेत्र में कुल 437 सार्वजनिक स्थानों पर 77 टैंकरों के माध्यम से अलग-अलग वार्डों में वाटर सप्लाई की जाएगी। मंगलवार को ये बातें मेयर आशा लकड़ा ने कही। 

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निजी आवास में पानी के लिए अलग प्रावधान

उन्होंने बताया कि अभी 57 टैंकर जलापूर्ति के लिए तैयार हैं। 10 टैंकरों की मरम्मत करायी जा रही है। वहीं 10 टैंकरों के लिए निविदा आमंत्रित किया गया है। कहा कि नगर निगम क्षेत्र में जिन लोगों को निजी आवासों के लिए पानी चाहिए, उनके लिए अलग से प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी सरकारी हैंडपंप, मिनी एचवाइडीटी व एचवाइडीटी को दुरुस्त कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है।  

हैंडपंप या एचवाइडीटी खराब हो तो करें शिकायत

मेयर आशा लकड़ा ने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा है कि किसी गली-मोहल्ले में हैंडपंप या एचवाइडीटी खराब हो तो मोबाइल नंबर-9973819691, 7250955956 व लैंडलाइन नंबर 0651-2211215 पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। शिकायत मिलने पर खराब हैंडपंप, मिनी एचवाइडीटी व एचवाइडीटी की मरम्मत होगी। 

इन इलाकों में गिरा भूगर्भ जलस्तर

हरमू, विद्यानगर, कांके रोड, धुर्वा टंकी साइड, गंगा नगर, यमुना नगर, रातू रोड, मोरहाबादी, किशोरगंज, मधुकम, गाड़ीखाना, खादगढ़ा, न्यू एजी कॉलोनी, हटिया, डोरंडा व चुटिया।

नगर विकास विभाग को लिखा पत्र  

पेयजल संकट से निपटने के लिए नगर निगम ने तीन फरवरी को नगर विकास विभाग को पत्र लिख 19 करोड़ 77 लाख 81 हजार 321 रुपये की मांग की है। पत्र में यह भी लिखा गया है कि नगर निगम की जलापूर्ति शाखा द्वारा वसूले गए वाटर यूजर चार्ज की राशि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को हस्तांतरित की जानी है। ऐसी स्थित में वाटर यूजर चार्ज की प्राप्त राशि से मिनी एचवाइडीटी व एचवाइडीटी कराना संभव नहीं है। 21 मार्च को नगर निगम परिषद की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, नगर विकास विभाग से समय पर राशि उपलब्ध करा दी गई तो प्रत्येक वार्ड में तीन मिनी एचवाइडीटी और दो एचवाइडीटी कराए जाएंगे। 

हिंदपीढ़ी के कर्फ्यू में फंसे प्लंबर

हिंदपीढ़ी क्षेत्र सील होने के कारण अधिकतर प्लंबर हैंडपंप व एचवाइडीटी के मरम्मत कार्य के लिए नहीं आ रहे हैं। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जलापूर्ति शाखा के अधिकारियों ने फिलहाल दो-तीन प्लंबर की व्यवस्था की है। फिर भी इनकी संख्या आवश्यकता के अनुसार काफी कम है। जलापूर्ति शाखा के अधिकारी ने बताया कि जल्द ही प्लंबरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। खराब सरकारी हैंडपंप की मरम्मति कार्य के लिए 45.06 लाख रुपये की लागत से सामानों की खरीदारी की गई है। हैंडपंप व लीकेज मरम्मत कार्य के लिए 3.50 लाख रुपये के टूल किट की खरीदारी की गई है। इसी प्रकार, 150 एचवाइडीटी के मरम्मत पर 26 हजार रुपये की लागत से 39 लाख रुपये खर्च होंगे। लगभग पांच सौ मिनी एचवाइडीटी के मरम्मत पर 20,900 रुपये की दर से एक करोड़ चार लाख 50 हजार रुपये खर्च होंगे।

निजी आवासों के लिए है ये व्यवस्था

टैंकर           राशि (रुपये में)

2,000 लीटर     500

4,000 लीटर     800

6,000 लीटर     1,000

9,000 लीटर     1,200


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