रांची रेल मंडल के 600 से अधिक लोको और असिस्टेंट लोको पायलट ने भूखे पेट चलाया ट्रेन
रांची रेल मंडल के करीब 600 से अधिक लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट ने भूखे पेट ट्रेन चलाया। 12 घंटे तक चली इस भूख हड़ताल में देशभर के सभी लोको पायलट ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर डीआरएम कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया।
रांची, जासं। रांची रेल मंडल के करीब 600 से अधिक लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट ने भूखे पेट ट्रेन चलाया। 12 घंटे तक चली इस भूख हड़ताल में देशभर के सभी लोको पायलट ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर डीआरएम कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। रेलवे और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों का निजीकरण बंद करने और 15 स्पोर्ट्स स्टेडियम को आरएलडीए के हाथों में न सौंपने को लेकर विरोध किया।
डीआरएम कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन कर रहे यूनियन के रामजीत ने कहा कि निजीकरण का हर स्तर पर विरोध होना चाहिए। रात्रि ड्यूटी एलाउंस से फीलिंग लिमिट हटाया जाए, बिना रोगी उपचार के 77 डिविजनल अस्पतालों सब डिविजन अस्पतालों को बंद करना, मालगाड़ी ट्रैफिक की बढ़ोत्तरी के कारण 35 प्रतिशत अतिरिक्त एलपीजी पोस्ट स्वीकृत करना, रिक्तियों को भरा जाना और यात्री सेवाओं की बहाली होने की वजह से एएलपी प्रशिक्षण में तेजी लाना सहित अन्य मांगों को लेकर लोको पायलट ने भूख हड़ताल की।
सभी पोस्टों पर आरपीएफ ने किया योग
रेलवे सुरक्षा बल रांची मंडल अपने 37वें स्थापना दिवस के मौके पर मंगलवार को रांची मंडल के सभी पोस्ट,चौकियों व इकाइयों पर योग शिविर का आयोजन कराया। जिसके अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल रांची, हटिया, बानो, लोहरदगा, सुईसा, मुरी, झालिदा, रामगढ़,गोविंदपुर रोड एवं आरपीएफ लाइन में जवानों को चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए योग से संबंधित बारीकियों को बताया गया और योग द्वारा वर्तमान वैश्विक महामारी कोरोना से बचने के लिए तरकीबें भी बताई गईं। इसके पूर्व भी नियमित अंतराल पर विभिन्न पोस्टों पर आरपीएफ द्वारा योग का आयोजन कराया जाता रहा है। विशेषकर कोरोना काल में इसे निरंतर जारी रखा गया।
महिलाओं की सुरक्षा पर दिया विशेष रूप से बल
वहीं दूसरी तरफ मंडल सुरक्षा आयुक्त प्रशांत यादव के द्वारा महिला सुरक्षा पर आधारित ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें रेलवे सुरक्षा बल के सभी अधिकारियों,जवानों व महिलाकर्मियों ने हिस्सा लिया।
महिला सुरक्षा संबंधित आनलाइन सेमिनार के दौरान मंडल सुरक्षा आयुक्त ने कार्यस्थल पर महिलाकर्मियों की सुरक्षा, रेलवे यात्रा के दौरान महिला यात्रियों की सुरक्षा तथा ट्रेनों में गश्ती के दौरान महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष रूप से बल दिया और महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशाखा गाइडलाइन का पालन करने और सभी बल सदस्यों को समान रूप से व्यवहार करते हुए महिलाओं,बच्चों,वृद्धों तथा दिव्यांगों को विशेष वरीयता देने की बात कही।