दोस्त की पत्नी से दुष्कर्म करने वाले शंकर जायसवाल को झारखंड हाईकोर्ट ने सुनाई 11 वर्ष की सजा
jharkhand crime news दोस्त की पत्नी से दुष्कर्म करने के इस मामले की झारखंड हाईकोर्ट ने 19 जनवरी 2022 को सुनवाई की थी। तब अदालत ने आरोपित शंकर जायसवाल को दोषी ठहराया गया था। 24 जनवरी 2022 को इस मामले में अदालत ने शंकर जायसवाल को सजा सुनाई।
रांची, राज्य ब्यूरो। रांची के अपर न्यायायुक्त दिनेश राय की अदालत ने दोस्त की पत्नी को अगवा कर पिस्टल की नोक पर उसके साथ दुष्कर्म करने के मामले में दोषी करार बुंडू निवासी शंकर जायसवाल को 11 साल कैद की सजा सुनाई है।
शंकर जायसवाल पर 20 हजार रुपये जुर्माना भी
अदालत ने दोषी शंकर जायसवाल पर 20 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है। जुर्माने की राशि जमा नहीं करने पर उसे अतिरिक्त एक साल जेल की सजा काटनी होगी। अदालत ने झारखंड के रांची जिले के बुंडू निवासी शंकर जायसवाल को इस मामले में 19 जनवरी 2022 को दोषी करार दिया था।
रांची जिले के बुंडू थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी
दोषी शंकर जायसवाल के खिलाफ पीड़िता ने दो नवंबर 2017 को रांची जिले के बुंडू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। एपीपी श्याम प्रसाद चौधरी ने बताया कि 31 अक्टूबर 2017 की सुबह सात बजे पीडि़ता अपने पति के साथ हटिया से सिंंहमोड़ स्थित अपने देवर के घर जा रही थी।
भरोसा कर पत्नी को भेज दिया दोस्त के साथ
रास्ते में पीड़िता के पति की मुलाकात उसके मित्र शंकर जायसवाल से हो गई। बातचीत के क्रम में पीड़िता के पति को कहीं से फोन आया और उसने अपने मित्र शंकर जायसवाल पर विश्वास कर उससे कहा कि मेरी पत्नी को इसके देवर के घर तक छोड़ दो।
बहला कर ले गया बुंडू पतराटोली स्थित अपने घर
इसके बाद पीड़िता का पति अपने काम से कहीं निकल गया। इसके बाद शंकर जायसवाल मित्र की पत्नी को बहला-फुसलाकर अपने निवास स्थान रांची जिले के बुंडू पतराटोली ले गया। वहां ले जाकर उसे एक कमरे में बंद कर दिया।
दुष्कर्म की घटना का बना लिया वीडियो
शंकर जायसवाल ने पिस्टल का भय दिखाकर पीड़िता को डराया। उसे खूब धमकाया। जब पीड़िता डर गई तो उसके साथ दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं शंकर जायसवाल ने दुष्कर्म की घटना का एक वीडियो भी बना लिया।
दुष्कर्म के बाद पुत्र की हत्या की दी धमकी
दुष्कर्म करने के बाद शंकर जायसवाल ने पीड़िता को धमकी देते हुए से कहा- इस घटना का कहीं जिक्र मत करना, वरना अंजाम बुरा होगा। इसका जिक्र किसी से करोगी तो तुम्हारे दो साल के बेटे को जान से मार देंगे।
घटना को अपने पति से पीड़िता ने किया साझा
शंकर जायसवाल के चंगुल से छूटने के बाद पीड़िता अपने घर पहुंची। वह काफी डरी हुई थी। काफी सोच विचार करने के बाद उसने अपने साथ दुष्कर्म की इस घटना को अपने पति से साझा किया। बताया कि किस तरह से उसके दोस्त ने घटनाक्रम को अंजाम दिया।
पति ने दिया साथ, पीड़िता पहुंची थाने में
घटना की जानकारी के बाद पति ने पीड़िता का साथ दिया। पीड़िता ने थाने में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई। मामले की जांच शुरू हुई और आरोपित शंकर जायसवाल पकड़ा गया। इसके बाद यह मामला अदालत में पहुंचा। अब सुनवाई के दौरान अदालत ने अपहरण एवं दुष्कर्म के आरोप में शंकर जायसवाल को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई है।