हजारीबाग में खनन कांड : झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने अदालत में सौंपी 22 गवाहों की सूची
Ranchi News एक अक्टूबर 2016 को चिरूडीह खनन के खिलाफ विधायक निर्मला देवी कफन सत्याग्रह कर रही थीं। इससे एनटीपीसी खनन क्षेत्र मार्ग अवरुद्ध हो गया था। निर्मला देवी की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों और पुलिस के साथ झड़प हुई थी
रांची, राज्य ब्यूरो। अपर न्यायायुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत में हजारीबाग के चिरूडीह खनन के खिलाफ कफन सत्याग्रह मामले में जुड़े पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, उनकी पत्नी पूर्व विधायक निर्मला देवी एवं पुत्र अंकित राज से जुड़े मामले में सुनवाई हुई। इस मामले में योगेंद्र साव ने अपने बचाव में 22 गवाहों की सूची अदालत को सौंपी। इसमें से दो गवाह पदुम साव एवं पंकज कुमार की गवाही दर्ज की गई। शनिवार को भी उनकी ओर से गवाही दर्ज कराई जाएगी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में सुनवाई हो रही है। 13 दिसंबर को आरोपितों का बयान दर्ज किया गया। बयान दर्ज होने के बाद योगेंद्र साव ने अपने बचाव में गवाहों को प्रस्तुत करने की बात कही थी।
पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने अदालत में सौंपी गवाहों की सूची
बता दें कि एक अक्टूबर 2016 को चिरूडीह खनन के खिलाफ विधायक निर्मला देवी कफन सत्याग्रह कर रही थीं। इससे एनटीपीसी खनन क्षेत्र मार्ग अवरुद्ध हो गया था। निर्मला देवी की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों और पुलिस के साथ झड़प हुई थी, जिसमें कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। इस मामले में हजारीबाग अदालत ने 14 गवाही दर्ज की थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आगे की सुनवाई रांची सिविल कोर्ट में ट्रांसफर कर दी गई।