झारखंड में कांग्रेस का सदस्यता अभियान, सभी जिलों के लिए लक्ष्य होगा निर्धारित Ranchi News
Jharkhand. शुक्रवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में इस बाबत बैठक बुलाई गई है। इसमें अभियान को जमीनी स्तर पर उतारने के लिए बैठक में रणनीति भी बनाई जाएगी।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश में सदस्यता अभियान को लेकर शुक्रवार को बैठक बुलाई है जिसमें सभी कार्यकारी अध्यक्ष और जोनल को-ऑर्डिनेटर मौजूद रहेंगे। शुक्रवार को एक बजे से प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी जिलों के लिए लक्ष्य निर्धारित करने का कार्यक्रम है।
प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे ने बताया कि 2018-22 के लिए झारखंड में सदस्यता अभियान को जमीनी स्तर पर उतारने के लिए बैठक में रणनीति भी बनाई जाएगी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार देश के दूसरे हिस्सों में सदस्यता अभियान की शुरुआत हो चुकी है लेकिन झारखंड में चुनाव के कारण देरी हुई है। दुबे ने कहा कि पार्टी अपनी पुरानी परंपराओं के तहत सीधे जनता के साथ संवाद करके और सदस्यता फार्म भरवाकर ही लोगों को सदस्यता देगी।
मिस कॉल से सदस्यता जैसी व्यवस्था नहीं बनाई गई है। सदस्यता अभियान के माध्यम से जनता के साथ सीधा संवाद होगा। दुबे ने बताया कि पिछली बार 2015-18 में लगभग साढ़े पांच लाख प्राथमिक सदस्य और लगभग एक लाख क्रियाशील सदस्य बनाए गए थे। इस बार पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा सदस्य बनाये जाने का लक्ष्य रखा जायेगा। लगभग पांच महीने तक सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। इसके उपरांत चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।
लोहरदगा जाएंगे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव दो दिन के दौरे पर लोहरदगा जा रहे हैं। झारखंड सरकार में मंत्री बनने के बाद उरांव पहली बार लोहरदगा जाएंगे और वहां जनता से आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। चार जनवरी को दोपहर दो बजे वे रांची मुख्यालय से सड़क मार्ग से लोहरदगा के लिए रवाना होंगे और लगभग सवा तीन बजे कुडू पहुंचेंगे जहां ग्रामीणों एवं कांग्रेसजनों के साथ मुलाकात करेंगे।
वे साढ़े चार बजे के आसपास लोहरदगा परिसदन में स्थानीय ग्रामीणों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं प्रबुद्ध नागरिकों से मुलाकात करेंगे। पांच जनवरी को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद वे धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों से बात करेंगे। रविवार की शाम वे वापस लौट आएंगे।