शिक्षा और स्वास्थ्य की राह आसान कर रहा रांची रोटरी क्लब
क्लब का जोर शिक्षा, स्वास्थ्य व जागरूकता से लेकर लोगों के विकास और सामाजिक सौहार्द व शांति पर भी रहता है।
रोटरी क्लब इंटरनेशनल की रांची में चल रही पांच शाखाओं में रोटरी क्लब रांची सबसे पुरानी है। रांची समेत आसपास के इलाकों में लंबे समय से क्लब सेवा और विकास के कार्यों के जरिए सामाजिक बदलाव की कोशिश कर रहा है। इस दौरान क्लब ने कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। क्लब का जोर शिक्षा, स्वास्थ्य व जागरूकता से लेकर लोगों के विकास और सामाजिक सौहार्द व शांति पर भी रहता है। समाज के लगभग हर क्षेत्र और प्रोफेशन से सफलतम और अग्रणी लोग क्लब की सदस्यता के लिए चुने जाते हैं। क्लब के सदस्यों की कोशिश होती है कि समाज के उत्थान में हमारी सहभागिता हो। इसके लिए सभी सेवा भाव से जुटे रहते हैं।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में सतत प्रयास
रोटरी क्लब की ओर से लोगों को मोतियाबिंद के अपरेशन कराने से लेकर, पेसमेकर, कृत्रिम हाथ-पैर लगाने, कटे होंठ की प्लास्टिक सर्जरी कराने, सेरेब्रल पॉल्सी से ग्रसित बच्चों का कई चरणों में ऑपरेशन करा उन्हें ठीक कराने आदि का काम नियमित रूप से नि:शुल्क चलता रहता है। इन सबके लिए लगातार शिविर लगाकर भी लोगों का इलाज किया जाता है। पौधरोपण और रक्तदान के कार्य भी लगातार चलते रहते हैं। रांची के गुरुनानक अस्पताल में रोटरी क्लब की ओर से हर्ट सेंटर लगवाया गया है जहां कई आधुनिक उपकरण क्लब की ओर से उपलब्ध करा हृदयरोगियों की चिकित्सा का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा बच्चों के दिल में छेद होने की स्थिति में क्लब की ओर से उनका नि:शुल्क ऑपरेशन कराया जाता है। दिव्यांग बच्चों के लिए नियमित रूप से कैंप लगाकर उन्हें उपकरण देने व उनका ऑपरेशन व अन्य उपचार कराने का काम क्लब निरंतर कर रहा है। डायबिटीज के लिए भी क्लब लगातार कैंप लगा कर उपचार करा रहा है।
ज्ञान के आदान-प्रदान में भी अहम भूमिका
यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम और ग्रुप स्टडी प्रोग्राम के माध्यम से क्लब युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ज्ञान विज्ञान का आदान-प्रदान करने की सुविधा उपलब्ध कराता है। युवाओं का चयन कर उन्हें अध्ययन के लिए दुनिया के विभिन्न देशों में भेजा जाता है।
स्कूलों में लाइब्रेरी व हैंडवॉश यूनिट
रोटरी क्लब की ओर से राजधानी के थड़पखना, ललगुटुआ, डोरंडा समेत दर्जनों इलाकों में और सिल्ली समेत आसपास के प्रखंडों और गांवों के स्कूलों में लाइब्रेरी सेटअप कर लगातार उन्हें किताबें उपलब्ध करा रहे हैं। इसके अलावा शहर के 20 स्कूलों में अबतक हैंडवॉश यूनिट लगाए जा चुके हैं। इसका उद्देश्य बच्चों को खाने से पहले और शौच के बाद हाथों की निश्चित रूप से सफाई करने के लिए प्रेरित करना है। कई स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
शुद्ध पानी उपलब्ध कराने का प्रयास
रोटरी क्लब की ओर से जगह-जगह वॉटर फिल्टर प्लांट लगाकर लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का भी प्रयास किया जा रहा है। इसके रखरखाव की जिम्मेदारी भी क्लब ही संभालता है।
सहेली सेंटर के माध्यम से महिलाओं को बना रहे आत्मनिर्भर
रांची क्लब में चल रहे सहेली सेंटर के माध्यम से रोटरी क्लब महिलाओं को स्वरोजगार के प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बना रहा है। इस सेंटर में सिलाई, कढ़ाई, मेहंदी, ब्यूटीशियन, कंप्यूटर समेत दर्जनों कोर्स कराए जाते हैं। महिलाओं को रोजगार दिलाने की भी कोशिश होती है।
छात्राओं को सेनेट्री नेपकिन के प्रति भी कर रहे जागरूक
इन दिनों रोटरी क्लब रांची की ओर से गर्ल्स स्कूलों में जा-जा कर लड़कियों को सेनेट्री नेपकिन के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उनके बीच सेनेट्री नेपकिन का वितरण भी किया जा रहा है।