होल्डिग टैक्स वसूली एजेंसी को लेकर डेढ़ घंटे तक चली मैराथन मीटिग बेनतीजा
रांची होल्डिग टैक्स कलेक्शन करने वाली एजेंसी के चयन का मामला शांत होता नहीं दिख रहा। दूसरे दिन भी मेयर ने कहा कि एजेंसी को शोकाज किया जाए।
जागरण संवाददाता, रांची : होल्डिग टैक्स कलेक्शन करने वाली एजेंसी के चयन का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। गुरुवार को मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, नगर आयुक्त मुकेश कुमार, उप नगर आयुक्त शंकर यादव, निगम के पैनल अधिवक्ता शशांक शेखर व मेयर के कानूनी सलाहकार सुभाशीष रसिक सोरेन बैठे तो लगा कि अब ये मुद्दा सुलझा लिया जाएगा। मेयर और अधिकारी अपने-अपने रुख से उन्नीस -बीस होकर मसला हल कर लेंगे। मगर ऐसा नहीं हो सका। मेयर ने नगर आयुक्त से कहा है कि वो होल्डिग टैक्स वसूली एजेंसी को दस्तावेज की गड़बड़ी पर शोकाज करें। मेयर के चैंबर में दोपहर बाद तीन बजे से साढ़े चार बजे तक डेढ़ घंटे चली इस बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल सका। बैठक बेनतीजा रही। दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे।
मेयर ने कहा कि नगर निगम परिषद की अनुमति के बिना श्री पब्लिकेशन को काम देना गलत है। वहीं नगर आयुक्त बार बार दोहराते रहे कि नगर पालिका अधिनियम की धारा 91,92,93 और 94 में कहा गया है कि राज्य सरकार नगर पालिका को आदेश दे सकती है। बात से भी बात नहीं बन सकी और बैठक से निकल कर मेयर ने उप नगर आयुक्त को शोकॉज कर नया हमला बोला। अब उप नगर आयुक्त को इस शोकाज का जवाब देना होगा। शोकाज करने से साफ है कि मेयर इस मसले पर किसी भी तरह हथियार डालने के मूड में नहीं हैं। वो उप नगर आयुक्त को पहले ही शोकाज कर चुकी हैं।
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दोनों पक्ष के वकीलों ने रखा अपना-अपना तर्क
बैठक में दोनों पक्ष के वकील नगर पालिका अधिनियम-2011 की अलग-अलग धाराओं को आधार पर अपना-अपना तर्क रखा। कानूनी दांव-पेच बताए गए। दोनों पक्षों ने अपने-अपने तरीके से अधिनियम की व्याख्या की।
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दो नवंबर तक श्री पब्लिेकशन को देना होगा जवाब : मेयर ने श्री पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड एवं नेटविन प्राइवेट लिमिटेड के दस्तावेजों में पाई गई गड़बड़ियों को लेकर नगर आयुक्त को एजेंसी को शोकाज कर दो नवंबर तक पक्ष रखने को कहा है। अब देखना है कि मेयर की बात मानते हुए नगर आयुक्त एजेंसियों को शोकाज करते हैं या नहीं। अगर वो शोकाज करते हैं तो एजेंसियों को दो नवंबर तक इसका जवाब देना होगा।
क्या कहा मेयर ने
मेयर ने बताया कि वो मुख्य सचिव को पत्र लिखकर संबंधित जानकारी देते हुए जांच कर कार्रवाई करने को कहेंगी। पत्र की एक प्रति सूडा को भी दी जाएगी। मेयर ने आगे कहा कि श्री पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड अगर दो नवंबर तक जवाब नहीं देती है, तो नगर निगम भी अपने स्तर पर कार्रवाई करेगा। साथ ही मेसर्स स्पैरो को कार्य विस्तार देने का निर्णय लिया जा सकता है।