प्रदेश में बांटे जा रहे हल्के कंबल, मेयर ने लगाया करोड़ों के घोटाले का आरोप
मेयर ने उठाई दोषी अधिकारियों व टेंडर की आपूर्ति करने वाली एजेंसी पर कार्रवाई की मांग।
- मेयर ने उठाई दोषी अधिकारियों व टेंडर की आपूर्ति करने वाली एजेंसी पर कार्रवाई की मांग
जागरण संवाददाता, रांची : ठंड के मौसम में गरीब, असहाय एवं जरूरतमंदों को कंबल देने के नाम पर करोड़ों रुपये का घोटाला किया जा रहा है। विभागीय स्तर पर कंबल के वजन को प्रमुखता देते हुए विभागीय अधिकारियों ने कंबल की क्वालिटी के साथ समझौता किया है। रघुवर सरकार में उपलब्ध कराए गए कंबल और हेमंत सरकार की ओर से उपलब्ध कराए गए कंबल की गुणवत्ता में काफी अंतर है। वर्तमान में नगर निगम को मिले आठ हजार कंबल को देख कर ऐसा लगता है कि एक बार धोने पर इस कंबल का उपयोग चादर की तरह करना होगा। क्योंकि कंबल काफी पतले हैं। बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए यह कहना था रांची नगर निगम की मेयर आशा लकड़ा का। अपने कार्यालय कक्ष में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सवाल यह नहीं है कि गरीबों को किस सरकार ने क्या दिया। सवाल यह है कि गरीबों के नाम पर घटिया कंबल की आपूर्ति कर करोड़ों रुपये का घोटाला किया जा रहा है। हेमंत सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा होने का ढिढोरा पिट रही है और इसी सरकार में प्रमुख पदों पर बैठे अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कंबल खरीद की जांच निष्पक्ष तरीके से कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि कंबल की टेंडर प्रक्रिया की जांच की जाए और संबंधित विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। ------------------
पार्कों में राज्य सभा सदस्य फंड से बने ओपन जिम, जल्द होगा उद्घाटन
मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि शहर के आठ पार्कों में 75 लाख रुपये की लागत से ओपन जिम बनाए गए हैं। इसके लिए राज्य सभा सदस्य मुख्तार अब्बास नकवी से सहयोग मांगा गया था। उन्होंने कुल 1.65 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी जिससे पार्कों में ओपन जिम बनाए गए। उन्होंने कहा कि जल्द ही राज्य सभा सदस्य सह केन्द्रीय मंत्री से रांची के पार्कों में बनाए गए ओपन जिम का उद्घाटन कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि शेष बचे पैसे से भी अन्य पार्कों में ओपन जिम लगाया जाएगा, ताकि मुहल्ले और कॉलोनियों के लोगों को सेहत बनाने के लिए मोटा पैसा निजी जिम में जाकर खर्च नहीं करना पड़े।
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