दहेज को लेकर विवाहिता की हत्या, लातेहार न्यायालय में 2019 से चल रहा था समझौते का प्रयास
Jharkhand News Latehar News बताया गया कि मृतका की 2016 में शादी हुई थी। दहेज के मामले को लेकर एक माह पूर्व गांव में पंचायत हुई थी। विवाहिता ने अपने भाई से कहा भी था कि ससुराल वाले उसे मार देंगे।
चंदवा (लातेहार), जासं। लातेहार जिले के चंदवा की बेटी श्वेता रानी (पिता अवधेश कुमार) की हत्या उसके ससुराल वालों ने दहेज के लिए कर दी। इस संबंध में विवाहिता के भाई जयशंकर ने बताया कि उसके परिवार वालों ने उसकी बहन की शादी खुखरा नरकोपी निवासी शीतल साहू उर्फ आदित्य साहू (पिता रामचंद्र साह) के साथ 2016 में की थी। तब अपनी क्षमता से कहीं अधिक उनलोगों ने दहेज दिया था। शादी के कुछ दिन बाद से ही उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा।
कई बार उसकी छोटी-मोटी मांगों को पूरा भी किया गया, लेकिन बात नहीं बन पा रही थी। लगातार मारपीट और प्रताड़ना से तंग आकर श्वेता जब कभी चंदवा आती तो ससुराल जाने से मना करती। घर वालों के समझाने पर वह ससुराल गई। ससुराल में मिली प्रताड़ना के बाद 2018 के अंत में वह चंदवा पहुंची तो सारी बात मायके वालों को बताई। वर्ष 2019 में समझौता के लिए श्वेता के मायकेवालों ने लातेहार न्यायालय की शरण ली।
न्यायालय की शरण में जाने के बाद ससुराल वालों को कानून का भय समाया और वे ठीक से पेश आने लगे। केस उठा लेने के लिए उसपर दवाब बनाया। विवाहिता ने यह बात अपने मायकेवालों को बताई। इस बीच कोरोना महामारी और लाकडाउन के कारण आना जाना बंद हो गया, तो प्रताड़ना फिर शुरू हो गया। एक माह पूर्व गांव में पंचायत भी हुई थी। इसके बाद पांच अक्टूबर 2021 को घरवालों से बात की।
इससे पूर्व भी जब वह अपने भाई से बात करती तो कहती कि वे लोग उसे कभी भी मार देंगे। वह भी अकेले उसके ससुराल न आया करे। छह अक्टूबर की शाम महिला के पति ने फोन कर उसके भाई को बहन के लापता होने की सूचना दी। जब चंदवा से कोई जवाब नहीं मिला तो गुमला में उसके ममेरे भाई राजेश को फोन कर लापता होने की जानकारी दी।
ममेरे भाई से बहन के लापता होने की जानकारी मिलने के बाद जयशंकर बहन के ससुराल जाने को निकला, लेकिन अकेले आने अथवा अधिक लोगों के साथ जाने पर किसी अनहोनी की आशंका और बहन की बात को याद कर वह उस रात पास के एक गांव में ही ठहर गया। स्थानीय पुलिस को सूचना दी। दूसरे दिन जब वह वहां पहुंचा तो पुलिस भी पहुंची। तब श्वेता के ससुराल पक्ष वालों ने उसे उल्टा सीधा समझाया। कुआं में शव होने की आशंका के बीच गांव के कुंओं को खंगाला जाने लगा।
तीन कुओं में कुछ सुराग नहीं मिला, लेकिन चौथे कुआं में झगर डालने के बाद कुछ फंसा। निकालने पर पाया कि वह उसकी बहन की लाश है। नाक-कान और मुंह से खून निकलने का निशान था। मृतक के भाई ने बहन की सास शीला देवी, ससुर रामचंद्र साहू और देवर सुजीत कुमार पर बहन की हत्या किए जाने का आवेदन पुलिस को दिया है।