इधर 7 से बजेगा चुनाव का नगाड़ा, उधर 8 से बजेगी शादी की शहनाई; देखें विवाह के शुभ मुहूर्त
Vivah Shubh Muhurat मिथिला पंचांग के अनुसार नवंबर में जहां शादी के लिए छह दिन विशेष शुभ हैं वहीं वाराणसी पंचांग के अनुसार नवंबर में आठ दिन शादी के लिए शुभ माना गया है।
रांची, जेएनएन। झारखंड में चुनावी नगाड़ा के साथ शादी की शहनाई भी बजेगी। चुनाव पांच चरणों में होना है। प्रथम चरण का मतदान सात नवंबर को है। वहीं, आठ नवंबर से शादी की शहनाई गूंजेगी। तीन माह बाद नवंबर से शादी का शुभ मुहूर्त आरंभ हुआ है। वाराणसी पंचांग के अनुसार शादी का शुभ मुहूर्त आठ नवंबर से आरंभ होगा। वहीं, मिथिला पंचांग के अनुसार शादी का शुभ मुहूर्त 20 नवंबर से आरंभ होगा।
मिथिला पंचांग के अनुसार नवंबर में जहां शादी के लिए छह दिन विशेष शुभ हैं वहीं वाराणसी पंचांग के अनुसार नवंबर में आठ दिन शादी के लिए शुभ माना गया है। इधर, चुनाव के लिए बड़ी तादाद में व्यवसायिक वाहन सीज किए जाएंगे। चुनाव के समय दूल्हे के लिए मनपसंद गाडिय़ों का जुगाड़ करना मुश्किल हो सकता है। बारातियों के लिए भी आवागमन का इंतजाम करना चुनौतीपूर्ण होगा।
मिथिला पंचांग के अनुसार विवाह के शुभ मुहूर्त
नवंबर : 2019: 20, 22, 24, 27, 28, 29
दिसंबर: 2019 : 01, 02, 06, 08, 11, 12
जनवरी 2020 : 17, 19, 20, 22, 24, 26, 29, 30, 31
फरवरी 2020 : 03, 05, 09, 10, 16, 19, 20, 21, 26, 27, 28
मार्च 2020 : 01, 02, 08, 11, 12
अप्रैल 2020: 15, 16, 17, 20, 23, 26, 27
मई 2020 : 03, 04, 06, 07, 08, 10, 17, 18, 20, 22
जून 2020 : 07, 08, 10, 11 17
वाराणसी पंचांग के अनुसार विवाह के शुभ मुहूर्त
नवंबर 2019 : 08, 09, 10, 14, 22, 23, 24, 30
दिसंबर 2019 : 05, 06, 11, 12
जनवरी 2020 : 15, 16, 17, 18, 20, 29, 30, 31
फरवरी 2020 : 03, 09, 10, 12, 16, 18, 25, 26, 25
मार्च 2020 : 02, 03, 04, 08, 11, 12
अप्रैल 2020 : 14, 15, 25, 26
मई 2020 : 02, 04, 05, 06, 08, 10, 12, 17, 18, 19, 23, 24
जून 2020: 09, 13, 14, 15, 25, 26, 28
अगस्त से अक्टूबर तक विवाह बंद था। तीन माह बाद नवंबर से शादी का शुभ लग्न आरंभ हो रहा है। अलग-अलग पंचांग के अनुसार तिथियों में फेर संभव है। वाराणसी पंचांग के अनुसार आठ नवंबर तो मिथिला पंचांग के अनुसार 20 नवंबर से शादी की शहनाई बजेगी। क्षेत्र व कुल के अनुसार जातक किसी विद्वान पंडित से कुंडली मिलान कराकर शादी की तिथि सुनिश्चित करें। मनोज मिश्रा, पहाड़ी मंदिर मुख्य पुरोहित