AK 47 तस्करी में मंजर-माेनाजीर रडार पर, NIA ने खंगाली जीजा-साले की कुंडली
AK 47 तस्कर मंजर व उसके साले मोनाजीर के मामले में एनआइए की पांच सदस्यीय टीम पड़ताल करने पहुंची है। यहां साढ़े छह घंटे तक चली तलाशी। पूरा मामला जानिए इस खबर में।
रांची, जेएनएन। मुंगेर के एके-47 और अन्य हथियारों के तस्कर मंजीत उर्फ मंजर आलम और उसके साले मोनाजिर हसन के सुराग तलाशने एनआइए की पांच सदस्यीय टीम बुधवार को गिद्दी पहुंची। टीम ने यहां साढ़े छह घंटे तक दोनों की कुंडली और एके-47 की तस्करी से संबंधित कागजात खंगाले। एनआइए लखनऊ के इंस्पेक्टर आरएस चौरसिया के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम बुधवार सुबह गिद्दी पुराना बुधबाजार स्थित मोनाजिर अहसन उर्फ लक्की के सीसीएल कॉलोनी स्थित क्वार्टर पहुंची।
एनआइए टीम के साथ हजारीबाग जिला पुलिस व गिद्दी पुलिस मौजूद थी। एनआइए टीम ने सवा छह घंटे मोनाजिर के क्वार्टर में रहकर उसके बीच के कमरे व रसोई घर का ताला तोड़कर सामान व कागजात की जांच की। एनआइए की टीम अपराह्न 12.45 बजे मोनाजिर के क्वार्टर के तोड़े गए दो कमरों को सील कर क्वार्टर से मिले कागजात अपने साथ लेकर चली गई। इस दौरान पत्रकारों ने एनआइए की टीम से मामले की जानकारी लेनी चाही, लेकिन टीम ने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया।
एनआइए की टीम हजारीबाग जिला पुलिस के साथ गिद्दी थाना पहुंची। इसके बाद गिद्दी थाना प्रभारी सुदामा राम के माध्यम से पीएनवी गिद्दी शाखा प्रबंधक एम हेंब्रम व विवेक कुमार को लेकर गिद्दी पुराना बुधबाजार स्थित मोनाजिर के सीसीएल क्वार्टर के पास पहुंची। यहां टीम ने मोनाजीर के पड़ोसी अजीत ङ्क्षसह व मोनाजीर के घर की देखरेख करने वाले मो. युनूस को बुलाया। इसके बाद युनूस द्वारा क्वार्टर का ताला खुलवाकर प्रवेश कर गए। इस बीच एनआइए की टीम ने युनूस की पुत्री को बुलाकर मोनाजिर की पत्नी से फोन पर बात होने के बारे में पूछताछ की।
कटर मिस्त्री बुलवाकर तुड़वाए कमरों के ताले, घरवालों से की पूछताछ
एनआइए की टीम ने क्वार्टर में छानबीन के दौरान क्वार्टर के अंदर के दो कमरों में बंद ताला कटर मिस्त्री को बुलाकर कटवाया। इसके बाद अलमीरा के लॉक को खोलने के लिए रिवर साइड भुरकुंडा से चाबी बनाने वाला मिस्त्री फकरूद्दीन को लाकर अलमीरा का लॉक खोलवाया। चर्चा है मोनाजिर के क्वार्टर में छानबीन के दौरान कि एनआईए की टीम को एलआइसी के कागजात, बैंक में जामा किए गए आधी कटी स्लिप, एक सादा कागज मिला। इसमें लिखा हुआ था कि मोनाजिर के कहने पर मंजर के खाते में साढ़े तीन लाख रुपये का आरटीजीएस करने समेत एक झोले में एक रुपये का सिक्का मिला है। इसमें प्राप्त कागजातों को एनआइए के टीम अपने साथ लेकर चली गई। साथ ही दो कमरे के काटे गए ताला को नया ताला लगाकर सील कर दिया।
साले के साथ मिलकर कोयले के कारोबार में लगाता था पैसे
ज्ञात हो कि तीन अक्टूबर 2018 को बिहार के मुंगेर जिला मुफ्फसिल थाना के एएसपी नवीन राणा ने गिद्दी थाना अंतर्गत गिद्दी पुराना बुधबाजार स्थित मोनाुजर अहसन के सीसीएल क्वार्टर में छापामारी की थी। इसके बाद मामला सामने आया था कि बिहार मुंगेर मिर्जापुर बरदह गांव में बरामद 20 एके 47 मामले के तस्कर मंजीत उर्फ मंजर आलम का तार उसके साले मुनाजीर अहसन से जुड़ा हुआ है। एएसपी को मोनाजीर के क्वार्टर में छापामारी के दौरान कई अहम कागजात भी मिले थे।
इसमें इस बात के प्रमाण मिले थे कि मंजर आलम अवैध हथियार का तस्करी कर कमा रहे अवैध पैसों से अपने साले के गिद्दी बुधबाजार के पता पर मेसर्स मंजर आलम के नाम एक फर्म भी खोल रखी थी। इस फर्म के नाम पर कोयले का डीओ लगाने का कार्य मुनाजीर कर रहा था। मंजर आलम के पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक का पासबुक समेत कई जरूरत के कागजात मोनाजीर के पास से मिले थे। इसके बाद एएसपी मोनाजिर को गिरफ्तार कर मुंगेर ले गए थे। साथ ही मोनाजीर के घर से मंजर द्वारा उपयोग की जाने वाली स्कार्पियो जब्त कर गिद्दी थाना में रखी गई थी। बिहार पुलिस मोनाजिर को गिरफ्तार करने के बाद मोनाजिर की पत्नी अपने पड़ोसी युनूस को घर की देखभाल करने के लिए घर की चाबी देकर अपने गांव चली गई थी।
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