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Ind vs Aus: धौनी ऐसे जी‍तेंगे रांची में अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच, जानिए माही का मास्‍टर प्‍लान

MS Dhoni. धौनी के प्रशंसकों की एक ही चाहत है कि माही मैच में रंग जमाएं। सीरीज में 3-0 की बढ़त लेने पर माही के जानने वालों ने कहा वह जितने फिट हैं उस सूरत में हम ही जीतेंगे।

By Alok ShahiEdited By: Published: Thu, 07 Mar 2019 11:07 AM (IST)Updated: Thu, 07 Mar 2019 11:07 AM (IST)
Ind vs Aus: धौनी ऐसे जी‍तेंगे रांची में अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच, जानिए माही का मास्‍टर प्‍लान
Ind vs Aus: धौनी ऐसे जी‍तेंगे रांची में अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच, जानिए माही का मास्‍टर प्‍लान

रांची, [जागरण स्‍पेशल ]। जिस शहर में क्रिकेट का ककहरा सीख महेंद्र सिंह धौनी ने विश्व क्रिकेट में पिछले 15 साल तक राज किया वहीं के मैदान पर माही आठ मार्च को अपना अंतिम मुकाबला खेलेंगे। इस मैच को लेकर खेलप्रेमियों का उत्साह चरम पर है। सारे टिकट बिक चुके हैं। सबकी एक ही हसरत है कि रांची के अंतिम मुकाबले में माही अपना रंग जमाएं और पांच मैचों की सीरीज यहीं 3-0 से टीम इंडिया के नाम हो जाए। भारत पहला मैच 6 विकेट से बेंगलुरु में और दूसरा 8 रन से नागपुर में जीत चुका है।

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तीसरे एक दिवसीय मैच के लिए सभी की निगाहें रांची के राजकुमार और अपने पसंदीदा क्रिकेटर महेंद्र सिंह धौनी पर टिकी हैं क्योंकि भारत और ऑस्ट्रेलिया कप्तान विराट कोहली की अगुआई में धोनी के गृहनगर रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में  शुक्रवार को रोमांचक मैच देखने काे मिलेगा। पूर्व भारतीय कप्‍तान धौनी के सम्मान में इस बार मैच का नजारा वाकई खास होगा।

प्‍लेइंग इलेवन पर एक नजर
एक दो खिलाडि़याें को छोड़ दें तो टीम इंडिया के सभी खिलाड़ी अपने फॉर्म में हैं। भारतीय खेमे के लिए शिखर धवन और अंबाती रायडू का फॉर्म चिंता का कारण बन सकती है।
भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन: महेंद्र सिंह धौनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, जसप्रीत बुमराह, कुलदीप यादव, केदार जाधव, विजय शंकर, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार ।

धौनी खेलेंगे होम ग्राउंड पर आखिरी मैच
धौनी ने रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में कुल तीन एकदिवसीय मैच खेले हैं, जिसमें भारत ने एक में जीत हासिल की है, एक में हार और तीसरे मैच को बारिश ने धोया था। निजी तौर पर धौनी ने रांची में केवल दो बार बल्लेबाजी की है जिसमें उन्होंने 10 नाबाद (2013 के 23 अक्टूबर को इंग्लैंड) और 11 (2016 के 26 अक्टूबर को बनाम न्यूजीलैंड) स्कोर बनाया है। अपने घरेलू मैदान पर विकेट कीपिंग के मामले में धौनी के नाम पर तीन कैच और स्टंपिंग हैं।

हालांकि उत्साह के बीच खेल प्रेमियों को यह बात खल भी रही है कि रांची के राजकुमार को अब वे होम ग्राउंड पर अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलते नहीं देख पाएंगे। धौनी के स्कूल में क्रिकेट प्रशिक्षक केआर बनर्जी हों, पहली बार उन्हें लीग में टीम में शामिल करने वाले चंचल भट्टाचार्य हों या फिर धौनी के साथ बिलियडर्स खेलने वाले क्रिकेट प्रशिक्षक जय कुमार सिन्हा। इन सबको यकीन नहीं हो पा रहा है कि उनका चहेता अब रांची में अंतरराष्ट्रीय मैच खेलता नजर नहीं आएगा।

देवल सहाय ने कहा, धौनी की फिटनेस गजब की
वहीं इसके विपरीत सीसीएल टीम में धौनी को पहली बार शामिल करने वाले देवल सहाय मानते हैं कि इस उम्र में वह जिस तरह से फिट है उससे यह कहना जल्दबाजी होगी कि रांची में उसका यह अंतिम मैच होगा। अनहोनी को होनी करने में माहिर धौनी इस कयास को भी गलत साबित कर सकता है कि यह उसका रांची में अंतिम मैच है। उन्होंने कहा कि धौनी ने जब क्रिकेट खेलना शुरू किया तब मैंने सोचा था कि वह जोनल, बोर्ड प्रेसिडेंट की टीम में जगह बना लेगा लेकिन इतना आगे जाएगा यह सोचा नहीं था। उसने अपनी काबलियत से क्रिकेट में वह मुकाम हासिल कर लिया जो बहुत कम लोगों को मिलता है। 

हम तो यही चाहेंगे कि वह दो साल और खेले : आदिल हुसैन
सीसीएल टीम के तत्कालीन कप्तान आदिल हुसैन ने कहा कि उनकी कप्तानी में धौनी ने खेलना शुरू किया था। यह उसकी प्रतिभा व जीवटता ही है कि आज वह इस मुकाम पर पहुंच गया है। उन्होंने माना की उम्र एक ऐसा पड़ाव जिससे हर खिलाड़ी को जूझना पड़ता है। हम तो यही चाहेंगे कि वह दो साल और खेले। जय कुमार सिन्हा ने कहा जब मैंने धौनी का चयन रांची विवि टीम में किया था तब से उसे मैं जानता हूं। उसके बारे में कयास लगाना काफी मुश्किल है। लेकिन वह टीम पर कभी बोझ बन कर नहीं रहेगा। 

जब तक 100 फीसद दे सकता है तब तक खेलेगा : चंचल भट्टाचार्य
चंचल भट्टाचार्य ने कहा कि धौनी को वे बचपन से जानते हैं। वह जब तक खेल का लुत्फ उठा रहा है तब तक वह खेलेगा। जब उसे लगेगा कि वह इस खेल को अपना शतप्रतिशत नहीं दे पा रहा है तो वह स्वयं खुद को इससे अलग कर लेगा। एक वाक्या याद करते हुए चंचल ने कहा कि कमांडोज टीम से खेलते हुए एक मैच में उसने सिर्फ इसलिए अपने को अलग कर लिया था कि वह पूरी तरह फिट नहीं था।

उसने कहा कि हो सकता है मेरे स्थान पर जो खिलाड़ी खेलेगा वह मुझसे बेहतर करे। हालांकि इस मैदान पर उसे आगे भी खेलते देखना हमलोग अवश्य चाहेंगे। स्कूल के प्रशिक्षक केआर बनर्जी ने कहा धौनी जैसा खिलाड़ी मिलना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं नहीं जानता था कि वह इतना आगे जाएगा। उन्होंने कहा कि हो सकता है यह उसका रांची में आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच हो। मैं भी मैच देखने जाऊंगा। माही के घर से मुझे तीन पास मिले हैं।


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