प्रेमिका से करता था बेपनाह मोहब्बत, तय हो गई शादी तो सदमे में प्रेमी ने दे दी जान, पढ़िए लव स्टोरी
एमेजॉन में काम करने वाले प्रेमी ने इसलिए अपनी जान दे दी क्योंकि उसकी प्रेमिका की शादी घर वालों ने कहीं और तय कर दी जबकि वह खुद उससे शादी की तैयारी कर रहा था। यह प्रेम कहानी आपको परेशान कर देने वाली है।
रांची, जागरण संवाददाता। बेपनाह इश्क की यह कहानी आपके दिल को छू जाएगी, लेकिन यकीन मानिए आंखें भी नम हो जाएंगी। ईश्वर न करे किसी और के साथ ऐसा कभी हादसा हो। यह प्रेम कहानी है करण कुमार की। 26 वर्ष का कारण रांची जिले के रातू प्रखंड क्षेत्र के काठीटांड़ का रहने वाला था। रविवार को उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। लेकिन इससे पहले जो कुछ भी हुआ, पढ़कर आप रो पड़ेंगे।
हैदर अली रोड में रहता था किराए पर
बताया जा रहा कि करण कुमार रांची शहर के कोकर इलाके के हैदर अली रोड में रहता था। रविवार को उसने इसी मोहल्ले में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 26 साल का करण कुमार अब हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह गया है। वह सतीश महतो के लॉज में किराये के मकान में रहता था।
दरवाजा बंद कर झूल गया फांसी के फंदे पर
रविवार की सुबह 11 बजे कमरे का दरवाजा बंद कर फांसी के फंदे पर झूल गया। बगल के कमरे में रहने वाले युवकों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने सदर थाना पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो करण कुमार को फंदे पर झूलता पाया।
पोस्टमार्टम के लिए रांची रिम्स भेजा गया शव
पुलिस कर्मचारियों ने करण कुमार के शव को नीचे उतारा। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए रांची रिम्स भेज दिया। अब उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आएगी, जिससे इस बात की पुष्टि होगी कि उसकी मौत कैसे हुई है। इसके बाद कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
रामलखन सिंंह यादव कालेज में करता था पढ़ाई
जानकारी के अनुसार करण कुमार मूल रूप से रातू प्रखंड के कांठीटांड़ गांव का रहने वाला था। दो भाई-बहनों में वह सबसे बड़ा था। करण कुमार ने बरियातू में अपने चाचा के यहां रहकर पढ़ाई की थी। फिलहाल वह कोकर इलाके के रामलखन सिंंह यादव कालेज में स्नातक की पढ़ाई कर रहा था।
मानसिक रूप से चल रहा था परेशान
पुलिस ने पिता के बयान पर यूडी केस दर्ज कर लिया है। उसके पिता रविंंद्र पांडे निजी गार्ड हैं। पिता रविन्द्र पांडे ने पुलिस को बयान दिया है कि पिछले कुछ दिनों से करण कुमार मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। उसकी हालत देखकर ऐसा प्रतीत होता था।
मरने से पहले पिता और कंपनी में भी की बात
लॉज के दूसरे कमरे रहने वाले राजू नामक युवक ने बताया कि करण कुमार एमेजॉन ऑनलाइन शापिंंग कंपनी का रांची में टीम लीडर था। सुबह में कहीं गया था। कुछ देर बाद वापस लौट आया। उसने सुबह 9.27 बजे अपने सुपरवाइजर से बात की। ऑफिशियल बातचीत की। इसके बाद अपने पिता को भी फोन किया। छोटी बहन के कोलकाता जाने के लिए ट्रेन टिकट कटवा देने की बात कही।
फांसी लगाने से पहले प्रेमिका से हुई लंबी बातचीत
वहीं, एक अन्य युवक ने बताया कि मुहल्ले की ही एक लड़की से करण कुमार को प्यार हो गया था। दोनों शादी करने वाले थे, लेकिन लड़की के परिजन ने कहीं और शादी तय कर दी। इससे करण कुमार तनाव में रहता था। फांसी लगाने से पहले करण कुमार ने काफी देर तक प्रेमिका से बातचीत की। मोबाइल पर बात करता देख रूममेट दूसरे कमरे में चला गया। कुछ देर बाद ही जानकारी हुई कि करण ने फांसी लगा ली।
पांच सालों से रह रहा था करण कुमार
जानकारी के अनुसार, करण कुमार करीब पांच वर्षों से रांची के कोकर इलाके के हैदर अली रोड में किराये के मकान में रह रहा था। नजदीकियों के अनुसार वह नशा करने का आदि नहीं था। शराब को कभी हाथ भी नहीं लगाता था। वह काफी मिलनसार था।