CAA Support: लोहरदगा में ड्रोन से मोहल्लों पर नजर, साजिश करने वाले की तलाश तेज
CAA Support लोहरदगा को हिंसा की आग में जलाने के पूरे मामले की जांच में एसआइटी लगाई गई है। यहां सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जा रही है।
रांची, राज्य ब्यूरो। CAA Support लोहरदगा में सीएए के समर्थन में 23 जनवरी को निकली रैली पर पथराव के बाद हुए बवाल के तीन दिन बीच जाने के बाद अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होती नजर आ रही है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस गश्त जारी है। वहीं कफ्र्यू के बीच मोहल्लों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल कर रही है। उधर घटना के साजिशकर्ता की भी तलाश चल रही है, ताकि दोषियों को सलाखों तक पहुंचाया जा सके।
झारखंड पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए अलग से एसआइटी का गठन किया गया है। साथ ही सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है, ताकि कोई अफवाह की आग में लोहरदगा को न झोंक पाए। इतना ही नहीं, लोहरदगा पुलिस ने कंट्रोल रूम का नंबर भी जारी कर दिया है। कफ्र्यूग्रस्त इलाकों में भी मेडिकल व अस्पताल सेवा शुरू करने की कोशिश की जा रही है।
हिंसा में घायल लोगों से मिले मंत्री रामेश्वर उरांव
लोहरदगा में पिछले दिनों हिंसा में पीडि़त लोगों से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह लोहरदगा विधायक रामेश्वर उरांव ने रिम्स और आर्किड अस्पताल में पहुंचकर मुलाकात की व हालचाल पूछा। रिम्स में घायल नाबालिग सुजीत उरांव, लाल लवनाथ शाहदेव और आर्किड अस्पताल में भर्ती नीरज कुमार प्रजापति व दीपक सर्राफ से मुलाकात करने के बाद उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से उचित सेवाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने घायलों के परिजनों को विश्वास दिलाया कि उन्हें पूरी सहायता दी जाएगी। उन्होंने लोहरदगावासियों से धैर्य, संयम एवं सद्भावना बनाए रखने की अपील की है।
बवाल के बाद से अब तक पुलिस ने क्या-क्या किया
- लोहरदगा में स्थिति सामान्य हो रही है। जोनल आइजी, आइजी ऑपरेशन, रेंज डीआइजी व पांच एसपी रैंक के अधिकारी लोहरदगा में कैंप कर रहे हैं और पूरे मामले की मानीटरिंग कर रहे हैं।
- करीब 15 कंपनी अतिरिक्त बल लोहरदगा में तैनात है। इनमें रैपिड एक्शन फोर्स (रैफ) की दो कंपनी, रैपिड एक्शन पुलिस (रैप) की दो कंपनी भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 100 दारोगा-इंस्पेक्टर, 15 अतिरिक्त डीएसपी भी लोहरदगा में तैनात किए गए हैं।
- संवेदनशील इलाकों में 24 घंटे पेट्रोलिंग तेज है। ड्रोन से मोहल्लों पर नजर रखी जा रही है।
- लोहरदगा में नियंत्रण कक्ष को सक्रिय कर दिया गया है। अगर किसी को तुरंत पुलिस का सहयोग चाहिए तो वह कंट्रोल रूम से संपर्क कर सकता है। वहां क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) तैनात है। इसके लिए कंट्रोल रूम के नंबर 100 व मोबाइल नंबर 9471163670 पर भी संपर्क किया जा सकता है। इसपर कई सूचनाएं आई, जिसका सत्यापन भी हुआ और पीडि़त का रेस्क्यू भी कराया गया।
- कर्फ्यू वाले इलाके में जरूरी सेवाएं जैसे मेडिकल दुकान, अस्पताल आदि को शुरू करने की इजाजत दे दी गई है। सभी समुदाय के लोग अमन-चैन बहाल करने में प्रशासन की मदद कर रहे हैं।