जाको राखे साइयां, मार सके न कोई... नवजात शिशु को जिंदा दफना दिया, रोने की आवाज सुन राहगीर ने बचाई जान
Lohardaga Jharkhand News लोहरदगा में मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस के होश उड़ गए। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। नवजात के माता-पिता का पता नहीं चल सका है।
लोहरदगा, जासं। जाको राखे साइयां, मार सके न कोई... यह कहावत लोहरदगा में शनिवार को चरितार्थ हो गई। शमशान में एक नवजात दफन था। गनीमत रही कि समय रहते नवजात को मिट्टी से बाहर निकाला गया। इधर, इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। बाल कल्याण समिति गांव पहुंच गई है। फिलहाल नवजात सुरक्षित है और गांव के एक परिवार के पास है। यह परिवार नवजात को रविवार को कुडू थाना पुलिस के हवाले करेगा। यह तो नवजात की किस्मत अच्छी रही कि दफन करने वाले ने उसे आधा-अधूरा ही दफन किया था।
इससे नवजात के रोने की आवाज वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति के कानों में गई और नवजात को सुरक्षित निकाल लिया गया। जब इस मामले की जानकारी कुडू थाना पुलिस को हुई तो पुलिस के भी होश उड़ गए। लोहरदगा जिले के कुडू थाना क्षेत्र के चंदलासो डैम के समीप स्थित शमशान घाट में शनिवार की शाम एक जिंदा नवजात शिशु जमीन में दफन मिला। ज़मीन में दफन नवजात के मिलने की सूचना पर आसपास के ग्रामीण जमा हो गए। बताया जाता है कि एक व्यक्ति शमशान के समीप से गुजर रहा था।
उसने इस नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनी। वहां जाकर देखने पर वहां एक नवजात को मिट्टी में आधा-अधूरा दफन देखा। उसे सही सलामत मिट्टी से बाहर निकाला। फिलहाल नवजात सुरक्षित है। गनीमत रही कि समय रहते नवजात को सुरक्षित निकाल लिया गया।
शमशान में मिट्टी में दफन नवजात के मिलने की सूचना पर कुडू थाना प्रभारी अनिल उरांव, एसआइ मुरारी कुमार पहुंचे और मामले की जानकारी ली। कुडू थाना प्रभारी अनिल उरांव का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। नवजात के माता-पिता का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
बाल कल्याण समिति की टीम चंदलासो गांव पहुंची, मामले में जांच शुरू
नवजात के शमशान में बरामद होने के मामले में जांच के लिए बाल कल्याण समिति की टीम चंदलासो गांव पहुंची है। इस टीम में बाल कल्याण समिति के बालकृष्ण सिंह, चाइल्ड लाइन के सुदर्शन साहू, नंदलाल प्रसाद, कुंती साहू, सुशीला कुमारी सभी चंदलासो गांव पहुंचकर पूरे मामले की गहनता के साथ पड़ताल कर रहे हैं। साथ ही नवजात के माता-पिता के बारे में पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। टीम में शामिल लोग शमशान से लेकर लोगों के घर तक जाकर नवजात के बारे में जानकारी लेकर आवश्यक निर्देश दिए हैं।
शनिवार को शमशान भूमि के पास से गुजर रहे चंदलासो गांव निवासी मनी उरांव ने उस बच्चे की आवाज सुनी। वह वहां गया तो मिट्टी और झाड़ियों के नीचे से आवाज आ रही थी। बच्चे की आवाज सुनकर उसने बच्चे को निकालकर चंदलासो मुखिया परमेश्वर लोहरा को इसकी खबर दी और उसे गांव ले आया। इस बात की सूचना कुडू थाना प्रभारी अनिल उरांव को दी गई। साथ ही बाल कल्याण को भी इसकी सूचना दी गई।
थाना प्रभारी ने रात भर के लिए गांव के एक परिवार प्रकाश लोहरा को बच्चे की देखरेख की जिम्मेवारी दी। रविवार की सुबह कुडू थाना प्रभारी अनिल उरांव, अवन निरीक्षक मुरारी कुमार, बाल कल्याण समिति के बालकृष्ण सिंह, सुदर्शन साहू, नंदलाल प्रसाद, कुंती साहू, बीरेंद्र कुमार शमशान घाट पहुंचे और छानबीन की।
गांव से उस बच्चे को लेकर इलाज़ के लिए रांची भेज दिया। बालकृष्ण सिंह ने बताया कि जिसने भी बच्चे को मिट्टी में दफनाया है, वह अपराध है। उन्होंने कहा कि बच्चे को रांची करुणा दत्तक केंद्र में ले जाया जाएगा। फिलहाल बच्चे को अच्छे इलाज़ की जरूरत है। मिट्टी में काफी समय रहने के कारण उसे कीड़े एवं चींटियों ने काफी काट लिया है।