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Lockdown Extension: आज से छात्रों को अपने स्कूलों में मिलेंगी किताबें; सुबह 7 से 12 तक खरीदें

Lockdown Extension आज से निजी स्कूलों के बच्चों को किताबें स्कूल परिसर में ही उपलब्ध करा दी जाएंगी। इसके लिए पुस्तक विक्रेता स्कूलों में स्टॉल लगा रहे हैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 25 Apr 2020 05:01 AM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2020 01:01 AM (IST)
Lockdown Extension: आज से छात्रों को अपने स्कूलों में मिलेंगी किताबें; सुबह 7 से 12 तक खरीदें
Lockdown Extension: आज से छात्रों को अपने स्कूलों में मिलेंगी किताबें; सुबह 7 से 12 तक खरीदें

रांची, जासं। Lockdown Extension  झारखंड में निजी स्‍कूलों में पढ़ने वाले छात्रों और उनके अभिभावक आज से अपने स्‍कूलों में ही नए सत्र की किताबें खरीद सकते हैं। जिला प्रशासन ने बच्‍चों और उनके माता-पिता को राहत देते हुए लॉकडाउन के बीच स्कूल परिसर में ही नए सत्र की किताबें खरीदने की अनुमति दे दी है। साेमवार, 27 अप्रैल से निजी स्कूलों के बच्चों को किताबें स्कूल परिसर में ही उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके लिए पुस्तक विक्रेता स्कूलों में  स्टॉल लगा रहे हैं। इस दौरान छात्रों, अभिभावकों, विक्रेताओं समेत सभी को शारीरिक दूरी और कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित अन्य दिशानिर्देशों का पालन करना अनिवार्य किया गया है। किताब लेने के लिए अभिभावक या छात्र में से किसी एक को ही स्कूल पहुंचने की छूट दी गई है।

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इधर रांची जिला प्रशासन ने शहर के निजी स्कूलों से छात्रों को किताबें उपलब्ध कराने को लेकर प्रस्ताव मांगा। इसके बाद 14 स्कूलों ने अपने-अपने यहां पुस्तकें उपलब्ध कराने को लेकर तरीका और शिड्यूल के साथ प्रस्ताव जिला प्रशासन को दिया। इन्हें अनुमति देते हुए जिला प्रशासन ने कहा कि एहतियात बरतते हुए स्कूल अपने छात्रों को किताब उपलब्ध करा सकते हैैं। जिला प्रशासन की ओर से बताया गया है कि अब तक 14 स्कूलों के ही प्रस्ताव आए हैैं। अन्य स्कूलों से भी आवेदन और प्रस्ताव आने पर उन्हें अनुमति दी जा रही है।

प्रशासन के इस फैसले से वैसे छात्रों और अभिभावकों को राहत मिलेगी, जो नए सत्र की किताबें नहीं खरीद सके हैैं। किताबें नहीं खरीदने के कारण बड़ी संख्या में बच्चे घर में भी पढ़ाई शुरू नहीं कर पाए थे। इस समस्या को देखते हुए स्कूलों, पुस्तक विक्रेताओं और कुछ अभिभावकों ने उपायुक्त से किताब दुकानें खोले जाने की अनुमति देने का आग्रह किया था। प्रशासन ने दुकानें खोलने की अनुमति नहीं देेते हुए स्कूल परिसर से ही बच्चों को किताबें उपलब्ध कराने की बात कही। इसमें यह भी ध्यान रखने को कहा गया है कि किताबों की खरीद-बिक्री के दौरान स्कूल में भीड़ न जमा हो। लोगों को निश्चित समय सीमा में अलग-अलग दिनों में किताबें उपलब्ध कराने को कहा गया है। 

एक दिन में एक ही कक्षा की किताबें

स्कूलों में सुबह सात बजे से 12 बजे तक किताबें मिलेगी। जिला प्रशासन ने स्कूलों से कहा है कि वे एक दिन में एक ही कक्षा के बच्चों को किताब दें। स्कूलों ने भी सभी कक्षाओं के लिए अलग-अलग तिथियों का निर्धारण कर लिया है। किस दिन किस कक्षा की किताब मिलेंगी इसकी सूचना अभिभावकों को पहले ही एसएमएस या वाट्सएप के माध्यम से दे दी जाएगी।  

पूरी व्यवस्था करेंगे स्कूल

जिला प्रशासन ने कहा है कि स्कूल ही शारीरिक दूरी सुनिश्चित करेंगे। इसके लिए दो-दो मीटर की दूरी पर सर्कल बना कर दूरी मेंटेन करते हुए किताबें देंगे। सैनिटाइजर की व्यवस्था करना स्कूल की जिम्मेदारी होगी। संभव हो तो स्कूल के असेंबली हॉल में किताबें दी जाए। किताब बेचने वाले एक  वाहन का इस्तेमाल करेंगे, जिसकी स्वीकृति स्कूल प्रबंधन देगा। स्कूल सभी कर्मचारियों के नाम, उनका स्थानीय पता व मोबाइल नंबर अपने पास रखेंगें। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक उम्र के कर्मचारियों को इन कार्यों में नहीं लगाएंगे। कार्यरत कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच स्कूल प्रबंधन ही कराएगा। 

अभी इन स्कूलों को मिली है स्वीकृति

ब्रिजफोर्ड स्कूल तुपुदाना, ब्रिजफोर्ड जीपी जालान मेमोरियल स्कूल तुपुदाना, आचार्यकुलम स्कूल नामकुम, कैंब्रियन पब्लिक स्कूल कांके रोड, कैंब्रियन पब्लिक स्कूल धुर्वा, डीएवी हेहल, डीएवी बरियातू, डीएवी कपिलदेव, नीरजा सहाय डीएवी, एसआर डीएवी पुंदाग, गुरू गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल कमड़े, डीपीएस सेल सिटी, डीएवी महात्मा आनंद स्वामी पब्लिक स्कूल सिल्ली और सच्चिदानंद ज्ञान भारती मॉडल स्कूल डोरंडा।


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