शराब माफियाओं को जिलाबदर करेगी पुलिस
रांची पुलिस शराब माफियाओं पर नकेल कसने की तैयारी कर रही है। शराब माफिया को जिलाबदर किया जाएगा। इसकी पूरी तैयारी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, रांची : रांची पुलिस शराब माफियाओं पर नकेल कसने की तैयारी कर रही है। इसके लिए एसएसपी अनीश गुप्ता ने जिले के सभी थानेदारों को एक सप्ताह के भीतर प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया है। यह निर्देश बुधवार की शाम हुई क्राइम मीटिंग में दिया है। क्राइम मीटिंग में 2013 से पूर्व के लंबित कांडों की निष्पादन का निर्देश दिया। साथ ही हाल में हुई अपराधिक घटनाओं की समीक्षा की। इसके अलावा इलाके में बढ़ती चोरी की घटनाओं सहित अपराध में वृद्धि को लेकर नाराजगी जाहिर की। इसके अलावा थाना क्षेत्रों में गश्ती और सक्रियता के लिए दिशा निर्देश दिए गए। मोबाइल छिनतई, मोटरसाइकिल चोरी जमीन विवाद में हत्या सहित अन्य अपराधिक घटना पर अंकुश लगाने के लिए एसएसपी ने सख्त निर्देश दिया है। क्राइम मीटिंग में जिले के सभी थानेदार और डीएसपी मौजूद थे। साइबर क्राइम पीड़ितों को दौड़ाना बंद करें थानेदार :
एसएसपी ने बैठक में साईबर क्राइम पीड़ितों को थानों में दौड़ाना बंद करने का निर्देश दिया है। उनकी परेशानियों को बढ़ाने के बजाए सहयोग करें। उन्होंने निर्देश दिया कि साईबर क्त्राईम के पीड़ित जहा के रहने वाले हैं। उसी क्षेत्र के थाना में एफआईआर दर्ज होगी। पहले साईबर क्राइम के पीड़ित का जिस ब्राच में अकाउंट होता था उसी क्षेत्र के थाना में रिपोर्ट लिखानी होती थी। अब पीड़ित अपने गृह क्षेत्र के थाने में भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी का किया गठन :
राजधानी रांची में अपराधिक गिरोह के गुर्गो के बारे में पता लगाने के लिए डीएसपी के नेतृत्व में एसआइटी गठन किया है। एसआइटी को शहर के बड़े अपराधियों का पूरा ब्यौरा तैयार करने का निर्देश दिया गया है। लवकुश शर्मा, संदीप थापा, बिट्टू मिश्रा, सुजीत सिन्हा, गेंदा सिंह, अमन श्रीवास्तव, भोला पांडेय सहित अन्य अपराधियों के गुर्गो के बारे में पूर्ण विवरणी पता लगाने का निर्देश दिया है। इनके गुर्गे जेल में है, बाहर हैं तो कहां है, उनकी क्या गतिविधि है उनके परिवार की क्या स्थिति है।
अपराधियों की गतिविधियों की जुटाएं जानकारी : मीटिंग में एसएसपी ने अपराधियों के गतिविधि, अर्जित संपत्ति आदि की जाच का निर्देश भी दिया गया। राजधानी के सभी थाना प्रभारी को यह निर्देश दिया गया कि अपने अपने थाना क्षेत्र में अपराधियों द्वारा अर्जित संपत्ति की जानकारी एकत्र करें। राजधानी में सक्रिय अपराधियों ने कहा-कहा संपत्ति अर्जित की है उसका आकलन किया जाये। साथ ही इन अपराघियों के संपर्क में रहने वाले लोगों की जानकारी एकत्र किया जाए।