नामकुम जा रहे हैं तो संभल कर चलिए, सड़कों पर घूम रही मौत
राजधानी रांची में एक बार फिर से सड़क हादसे बढ़ गए हैं। हाल के दिनों में कई दुर्घटनाएं हुई हैं।
राजधानी रांची में एक बार फिर से सड़क हादसे बढ़ गए हैं। हाल के दिनों में रिग रोड, बीआइटी मेसरा, अरगोड़ा, नामकुम में लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रहीं हैं। सप्ताहभर के अंदर ही तीन हादसे हो चुके हैं। इनमें चार की मौत हो चुकी है। सड़क हादसों का बड़ा कारण ड्राइविग में लापरवाही है। वहीं सड़कों पर खड़ी मालवाहक गाड़ियां भी सड़क दुर्घटनाओं का कारण बन रहीं हैं। रांची-टाटा मार्ग पर नामकुम सिदरौल में सड़कों पर मालवाहक गाड़ियां खड़ी रहती हैं। दैनिक जागरण के चीफ रिपोर्टर संजय कुमार सिन्हा ने नामकुम के दुर्गा सोरेन चौक, राजाउलातू, सिदरौल और रामपुर में पड़ताल की। पेश है लाइव रिपोर्ट। (कामन इंट्रो) गुरुवार,1.25 बजे
दुर्गा सोरेन चौक
यहां से सड़क दो भागों में बंटी है। एक बायें कटते हुए नामकुम ब्रिज वाया सिदरौल होते हुए जमशेदपुर जा रही। दूसरी सड़क सीधे ईएसआइ अस्पताल होते हुए टाटी सिलवे, अनगड़ा की ओर। दुर्गा सोरेन चौक को तिराहा कहा जाए तो सही होगा। चौक पर कौन सी गाड़ी किधर से आ जाए कहना मुश्किल है। वहीं नामकुम आरओबी की ओर से भी तेज स्पीड में गाड़ियां आ रहीं हैं। अधिकतर बड़ी गाड़ियां इस रूट पर हैं। रांची-टाटा मार्ग पर तो गाड़ियां फर्राटा भर ही रहीं हैं, टाटीसिलवे रूट पर भी यात्री वाहन चल रहे हैं। कांटा टोली से खेलगांव तक नो इंट्री है इसलिए टाटीसिलवे रूट पर तेजी से गाड़ियां दौड़ रहीं हैं। कब यहां दुर्घटना हो जाए, कहना मुश्किल है। हाल में जॉगिग कर रहे व्यक्ति पर टैंकर पलट गया था। मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी। 1.45 बजे
शनिदेव मंदिर चौक, ईएसआइ अस्पताल के सामने
चौक पर कर्व बना है। ईएसआइ अस्पताल से थोड़ा आगे बढ़ेंगे तो यहां मंदिर है। यहां एक सड़क चुटिया को जाती है। टर्न खतरनाक है। पास में अस्पताल है लेकिन गाड़ियों की स्पीड काफी अधिक है। अस्पताल के सामने से गाड़ियां गुजर रही हैं लेकिन तेज हार्न बजाया जा रहा है। स्पीड भी अधिक है। 2.20 बजे
राजाउलातु मोड़
यहां सड़क काफी संकीर्ण है। मुख्य सड़क से एक सड़क बायीं ओर राजाउलातु की ओर जाती है। मुख्य सड़क पर आगे बढ़ने पर वेयर हाउस है। यहां सड़क पर ढलान है। बड़ा कर्व है। तेजी से गाड़ियां नीचे की ओर आ रहीं हैं। वेयर हाउस के सामने पांच-छह मालवाहक गाड़ियां खड़ी हैं। यही हादसे का मुख्य कारण बनती हैं।
2. 45 बजे
रामपुर धर्मकांटा के नजदीक
सड़क दुर्घटनाओं का कारण क्या है यह सैंपल के रूप में समझना है तो यहां आ जाइए। रांची की ओर से आ रहे हैं तो बायीं ओर धर्मकांटा है। एक मालवाहक गाड़ी ने धर्मकांटा के अंदर प्रवेश किया है। वजन होने के बाद इसके बाहर निकलने का दूसरा रास्ता नहीं है। जो मालवाहक गाड़ी अंदर गई है अब उसे ड्राइवर बैक कर बाहर निकल रहा है। आधी से अधिक गाड़ी बीच सड़क पर बैक कर आ गई है। इधर, राजाउलातू की ओर से जो गाड़ी आ रही है वो बिल्कुल दायें होकर कर्व बनाते हुए निकल रही है। बीच में एक दूसरी ट्रक भी आ गई है। स्कूटी और बाइक वाले भी दिख रहे हैं।
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नामकुम में हाल में हुईं दुर्घटनाएं
29 अक्टूबर : नामकुम थाना के समीप ट्रक की चपेट में आने से स्कूटी सवार महिला की मौत हुई थी। एक बच्चा और महिला को पुलिस ने अस्पताल में कराया था भर्ती।
2 नवंबर : नामकुम के बरगावां में अज्ञात ट्रक की चपेट में आने से बाइक सवार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।
19 नवंबर : नामकुम स्थित सरवल रिग रोड के समीप अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक व्यक्ति की घटनास्थल पर ही हो गई थी मौत।
30 नवंबर : नामकुम पुरुलिया रोड स्वर्णरेखा नदी पुल के समीप अज्ञात वाहन की चपेट में आने से युवक की हो गई थी मौत।
30 नवंबर : रामपुर चौक से पहले अज्ञात वाहन की चपेट में आने से युवक की घटनास्थल पर ही हो गई थी मौत।
1 दिसंबर : रांची टाटा मार्ग पर सिदरौल तिवारी धर्म कांटा के समीप रात में ट्रक के चपेट में आने से 8 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई थी। वहीं उसकी मां को
गंभीर रूप से घायल हो गई थी।
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रांची जिले में ये है स्थिति
62 सड़क दुर्घटनाएं हुईं हैं अक्टूबर में
45 सड़क दुर्घटनाएं हुईं हैं नवंबर में दुर्घटनाएं कई जगह पर विभाग ने जो सर्वे किया उसमें दो ही ब्लैक स्पॉट
कांटा टोली व दलादली चौक
डेंजर जोन घोषित : परिवहन विभाग द्वारा किए गए सर्वे में शहर के कांटा टोली और दलादली चौक रातु रोड को दुर्घटना के लिहाज से डेंजर जोन घोषित किया गया है। इसके अलावा तमाड़ को भी विभागीय तौर पर इसी श्रेणी में शामिल किया गया है जहां आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं।
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रोड सेफ्टी ऑडिट में बताए जाते हैं सुरक्षा के उपाय
परिवहन विभाग के द्वारा रोड सेफ्टी ऑडिट भी कराए जाते हैं। जिसमें दुर्घटना स्थल पर जाकर विभागीय टीम न सिर्फ जांच करती है बल्कि जिन जगहों पर लगातार दुर्घटनाएं होती हैं वहां के वाहन चालकों को सुरक्षा के उपाय भी बताए जाते हैं। गुरुवार को भी एमवीआइ के नेतृत्व में रोड सेफ्टी ऑडिट की टीम के द्वारा एनएच 33 के बुंडु, तमाड़ में दो जगह और तेमड़ा घाटी जाकर चार दुर्घटना के मामलों का निष्पादन किया गया। बताया जा रहा है कि तमाड़ के मर्दन मोड़ और तेमड़ा घाटी के ब्रिज के पास अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। जहां अक्सर मानवीय गलती को ही सामने लाया जा रहा है। टीम के सदस्य गौरव कुमार ने बताया कि आमतौर पर वाहन चालकों की गलती के कारण ही इन जगहों पर हादसों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। अक्टूबर माह में 62 और नवंबर में करीब 45 सड़क हादसे रांची में हुईं हैं।
आमतौर पर ऐसा देखा गया है कि शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क हादसे के मामले अधिक आ रहे हैं। जिस कारण एमवीआइ के नेतृत्व में रोड सेफ्टी ऑडिट टीम बनाई गई है जो लगातार सड़क हादसों पर नजर रख रही है। साथ ही वाहन चालकों को ट्रैफिक रूल्स के अनुपालन की भी नसीहत दी जा रही है। : प्रवीण प्रकाश, डीटीओ, रांची।