Strike in Health Sector: झारखंड में 10 हजार पारा मेडिकल कर्मी हड़ताल पर, स्वास्थ्य सेवा प्रभावित
Strike in Health Sector in Jharkhand मंगलवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांग को लेकर लातेहार सीएस कार्यालय के समीप एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल किया।
रांची/लातेहार, जासं। झारखंड राज्य अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ और झारखंड राज्य एनआरएचएम एएनएम जीएनएम संघ के संयुक्त बैनर तले राज्य के सभी स्वास्थ्य अनुबंध कर्मचारी मंगलवार को सांकेतिक हड़ताल में चले गए हैं। रांची सहित राज्य के लगभग सभी जिलों में मेडिकल कर्मी हड़ताल पर हैं। मंगलवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी मांग को लेकर लातेहार सीएस कार्यालय के समीप एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल रहे। इससे अनुबंध स्वास्थ्य कर्मी लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, एएनएम, जीएनएम, एक्सरे टेक्निशियन, ओप्थल्मीक असिस्टेंट के सांकेतिक हड़ताल में रहने पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो गई है।
स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी बहुप्रतीक्षित मांग राज्य के पारा मेडिकल कर्मियों की एकमुश्त सीधा समायोजन 2014 की तर्ज पर और इस कोविड-19 आपदा में चिकित्सा जगत के क्षेत्र में पहली पंक्ति में खड़े सभी अनुबंध कर्मी को हरियाणा, राजस्थान और पंजाब की तर्ज पर मानदेय व प्रोत्साहन राशि की मांग कर रहे हैं। इधर, रांची सदर अस्पताल में पारा मेडिकल कर्मियों की हड़ताल शुरू हो गई है। सभी लैब टेक्नीशियन व पारा मेडिकल के स्टाफ आंदोलन कर रहे हैं। सिविल सर्जन ऑफिस में भी हंगामे की सूचना है।
झारखंड अनुबंधित पारा चिकित्सा कर्मी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि सरकार से मांग करते हैं कि जिस तरह चुनाव पूर्व अनुबंध कर्मियों से किया गया वादा "बदलो सरकार पाओ अधिकार"का नारा दिया गया था। सरकार तो बदल गई लेकिन अनुबंध कर्मी का अधिकार देने के समय आज आंदोलन करने को मजबूर हो गए हैं।
इससे अनुबंध कर्मी अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। हम अनुबंध कर्मी के लिए सरकार समायोजन का मार्ग अविलंब प्रशस्त किया जाए। जब तक समायोजन ना हो, तब तक बिना भेदभाव के समान काम समान वेतन तथा कोविड-19 में कार्यरत अनुबंध कर्मियों को प्रोत्साहन राशि की देने की घोषणा जल्द की जाए। अभी तक हम अनुबंध कर्मी किसी भी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने में सहयोग करते आये हैं। इस महामारी में भी बिना किसी बाधा के अपने दायित्व को निभाते आये हैं।
सरकार अपना फर्ज समझे और एक सकारात्मक पहल करने का कष्ट करें। अन्यथा हमें मजबूरन आंदोलन को आगे बढ़ाने व उग्र रूप में आंदोलित होने पर विवश हो जाएंगे। इसकी सारी जबाबदेही विभाग एवम राज्य सरकार की होगी। इस मौके पर डीपीएम विजय कुमार, आशीष डिंग, सदर अस्पताल कर्मी पंकज कुमार पांडेय, अमरेंद्र कुमार, पूनम खलखो रेणु बाड़ा, रेणु सुचिता, आंचल कुमारी, दीपा पूर्ति, प्रीति कुमारी मनोज प्रसाद समेत कई कर्मी उपस्थित थे।