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Land Mafia in Jharkhand: जमीन माफिया का कारनामा, दिनदहाड़े हड़प ली 55 एकड़ सरकारी जमीन; FIR

Land Mafia in Jharkhand झारखंड में जमीन का खेल जोरों पर है। राजधानी रांची में जमीन माफिया ने एनआइसी के अधिकारियों से साठगांठ कर गलत तरीके से 55 एकड़ सरकारी जमीन की जमाबंदी करा ली। जांच में खतियान से छेड़छाड़ कर सरकारी जमीन को रैयती जमीन बनाने का खुलासा हुआ।

By Alok ShahiEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 05:05 AM (IST)Updated: Fri, 25 Dec 2020 06:24 AM (IST)
Land Mafia in Jharkhand: जमीन माफिया का कारनामा, दिनदहाड़े हड़प ली 55 एकड़ सरकारी जमीन; FIR
Land Mafia in Jharkhand: रांची में माफिया की सांठगांठ से जमीन का खेल जोराें पर है।

रांची, जासं। Land Mafia in Jharkhand, Jharkhand Land Record, Jharbhoomi राजधानी रांची में जमीन माफिया की साठगांठ से जमीन घोटाला के मामले लगातार सामने आ रहे हैैं। बड़ागाईं अंचल की 55 एकड़ सरकारी जमीन मामले में गड़बड़ी को लेकर बडग़ाईं सीओ की ओर से खेलगांव थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी में कहा गया है कि होटवार मौजा की कुल 54.75 एकड़ जमीन की जमाबंदी नगनारायण सिंह के नाम पर दर्ज है, जबकि यह जमीन पूरी तरह सरकारी है।

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सीओ की ओर से बताया गया है कि गैरमजरूआ जमीन की अवैध जमाबंदी की जानकारी मिलने पर जब जांच की गई तो कई चौंकाने वाली जानकारियां मिलीं। जांच में पता चला है कि पंजी टू की अवैध जमाबंदी जमीन अपने नाम कराने वाले लोगों और एनआइसी के अधिकारियों की मिलीभगत से की गई है। मामले में अंचलाधिकारी की ओर से गाड़ी होटवार निवासी एनजी अपार्टमेंट के सामने रहने वाले नरेंद्र गोप, मनन गोप और एनआइसी के अधिकारी व कॢमयों को आरोपित बनाया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। 

रिकार्ड रूम में अलग विवरण है दर्ज  

सीओ की ओर से एफआइआर में बताया गया है कि खतियान में कॉलम में कैफियत कालेज में शिवदेनी चौधरी पिता जीवत चौधरी दिख रहा है। जबकि रिकार्ड रूम और अंचल कार्यालय के खतियान में यह विवरण नहीं है। तीन जुलाई 2017 की आनलाइन डाउनलोड खतियान में भी यह विवरण नहीं है। इससे प्रतीत होता है कि तीन जुलाई 2017 के बाद यह छेड़छाड़ की गई है। 

अपर समाहर्ता के लॉग इन से ही होता है खतियान में सुधार  

एफआइआर में बताया गया है कि किसी भी प्रकार के रिकार्ड में सुधार या खतियान में सुधार अपर समाहर्ता के लॉग इन से ही हो सकती है। इस जमीन को लेकर किसी भी सुधार के लिए अंचल कार्यालय बड़ागाईं की ओर से कोई भी अनुशंसा नहीं की गई है। 16 दिसंबर को अपर समाहर्ता के लॉग इन से जानने का प्रयास किया गया कि खतियान के रिकार्ड में छेड़छाड़ किस स्तर से हुआ है। पता चला कि अपर समाहर्ता या अंचल कार्यालय से कोई भी सुधार या छेड़छाड़ नहीं की गई है। यह जमाबंदी पूरी तरह संदेह के घेरे में है। इसकी जांच की जा रही है। 

इन भूखंडों की अवैध जमाबंदी की हो रही जांच

होटवार मौजा के खाता नंबर 72, प्लॉट नंबर 1004, 1042, 1062, 1063, 1065, 1093, 1099, 1139, 1161, 1180, 1206, 1211, 1228, 179, 182, 30, 42, 463, 466, 674, 520, 542, 640, 780, 798, 832, 833, 926 और 953 की 54.75 एकड़ जमीन। 


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