लालू का शुगर 190 से घटकर 105, तीन बार दिया जा रहा इंसुलिन
रिम्स में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का इलाज कर रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद ने बताया कि उन पर एंटीबायोटिक्स का असर दिख रहा है। उनकी हालत में मामूली सुधार दिख रहा है।
रांची, जासं। रिम्स में इलाजरत चारा घोटाले के सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की तबीयत में रविवार को सुधार हुआ है। डायबिटीज से परेशान लालू का ब्लड शूगर घटकर 105 पर पहुंचने से थोड़ी राहत मिली है। चिकित्सक शुगर नियंत्रण करने के लिए उन्हें दिन में तीन बार इंसुलिन का डोज दे रहे हैं, जिसका बेहतर परिणाम देखने को मिला है।
डॉक्टरों के मुताबिक शुगर में निरंतर उतार-चढ़ाव के कारण सीरम क्रिटनीन 1.85 पर पहुंच गया था। इसलिए बढ़ते शुगर पर नियंत्रण करने के लिए इंसुलिन के डोज को बढ़ाने का निर्णय लिया, ताकि किडनी ज्यादा प्रभावित न हो। शुक्रवार को लालू का शुगर लेवल बढ़कर 190 तक पहुंच गया था। शनिवार को उनका शुगर लेवल गिरकर 130 तक आ गया था।
पैर के घाव में भी राहत : पैर के घाव से चलने-फिरने में असहज हो रहे लालू प्रसाद यादव की परेशानी थोड़ी कम हुई है। घाव में पहले की अपेक्षा सुधार देखने को मिला है। उनका टोटल ब्लड काउंट 12100 हो गया है। इसके लिए एंटीबायोटिक चलाया जा रहा है। लालू को खान-पान पर भी विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है। उन्हें डायट चार्ट के आधार पर खाने को कहा गया है।
डॉक्टरों ने उनकी हालत को नियंत्रण में बताया है। डॉक्टरों के अनुसार उन्हें डायलिसिस की अभी जरूरत नहीं पड़ेगी। रिम्स में लालू का इलाज कर रहे मेडिसिन के डा. उमेश प्रसाद ने बताया कि लालू के पैर में घाव में थोड़ा सुधार है। उन्हें चलने में अभी परेशानी है। फिलहाल एंटीबायोटिक डोज बढ़ा दिया गया है।
लालू का हाल जानने आए थे डीपी त्रिपाठी और रेखा देवी : राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का हाल-चाल जानने एनसीपी के महासचिव डीपी त्रिपाठी और बिहार के मसौढ़ी से विधायक रेखा देवी शनिवार को रिम्स के पेइंग वार्ड पहुंचे थे। मसौढ़ी विधायक रेखा देवी ने लालू की स्वास्थ्य को लेकर चिंता जाहिर की। रेखा देवी ने बताया था कि लालू की तबीयत ठीक नहीं है।
लालू के पैर में जख्म हो गया है। जिस वजह से वो न सही से चल पा रहे हैं और न ही बैठ पा रहे। उनका शुगर लेवल भी बढ़ा हुआ है। लालू की तबीयत रिम्स में दिन ब दिन बिगड़ते जा रही है। इलाज भी सही से नहीं हो रहा है। बेहतर इलाज के लिए लालू को बाहर किसी बड़े अस्पताल में ले जाना चाहिए।
लालू से मिलने के बाद एनसीपी नेता डीपी त्रिपाठी ने कहा था कि लालू विपक्ष के बड़े नेता हैं, उनके बिना विपक्षी एकता की बात नहीं की जा सकती। लालू के जेल में होने के बाद भी विपक्ष बिहार में एकजुट हो चुका है। डीपी त्रिपाठी ने लालू से अपना परिचय वर्ष 1975 से बताया था। उन्होंने कहा था कि लालू प्रसाद यादव शुरू से बिहार के सर्वोत्तम नेता रहे हैं। उनके प्रतिनिधि तेजस्वी यादव हैं। लालू के साथ वे इमरजेंसी के समय साथ में जेल में भी रह चुके हैं।