कोडरमा डीईओ बिना अनुमति गईं अवकाश पर, विभाग ने माना मनमानी, हो सकती है कार्रवाई
Jharkhand Koderma News झारखंड शिक्षा विभाग ने इसे स्वेच्छाचारिता माना है। अलका के पास डीएसई का भी प्रभार था। अब उत्तरी छोटानागपुर के आरडीडीई को डीईओ का और हजारीबाग डीएसई को कोडरमा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। कोडरमा की जिला शिक्षा पदाधिकारी अलका जायसवाल स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से अनुमति लिए बिना ही अनधिकृत रूप से अनिश्चितकाल के लिए अवकाश पर चली गईं। उन्हें जिला शिक्षा अधीक्षक का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया था, लेकिन वे अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किए बिना अवकाश पर चली गईं। इससे जिले में शिक्षकों एवं कर्मियों का वेतन भुगतान बंद हो गया। साथ ही शिक्षा योजनाएं एवं हाईकोर्ट से संबंधित कार्य प्रभावित होने लगे।
अब राज्य सरकार ने दोनों पदों पर दूसरे शिक्षा पदाधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने महिला अधिकारी के बिना अनुमति अवकाश पर जाने को स्वच्छाचारिता बताया है। इसके लिए उनके विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी चल रही है। इधर, मामले की समीक्षा के बाद विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में उत्तरी छोटानागपुर के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक मिथिलेश कुमार सिन्हा को कोडरमा के जिला शिक्षा पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
वहीं, हजारीबाग के जिला शिक्षा अधीक्षक नवल किशोर को कोडरमा के जिला शिक्षा अधीक्षक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह वैकल्पिक व्यवस्था पूरी तरह अस्थायी है तथा दोनों पदाधिकारी अलका जायसवाल के अवकाश से लौट कर प्रभार ग्रहण करने अथवा किसी दूसरे पदाधिकारी के नियमित पदस्थापन तक ही अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे।
बताया जाता है कि अलका जायसवाल पूर्व में कोडरमा में प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति में हुई गड़बड़ियों के कारण जिला शिक्षा अधीक्षक का अतिरिक्त प्रभार लेना नहीं चाहती थीं। जब जिला प्रशासन द्वारा उनपर अतिरिक्त प्रभार लेने के लिए दबाव बढ़ाया गया तो वे अनिश्चितकालीन अवकाश पर चली गईं।