सरेराह ठगी का जुदा है यह अंदाज, 10-10 रुपये का नोट गिराकर उड़ा देते हैं लाखों का कीमती सामान; जानिए
मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले ये ठग आजकल राजधानी रांची में अपनी करतूतों को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस ने झांसे में ले कार से बैग उड़ाने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। सावधान ! झारखंड की राजधानी रांची में शातिर ठगों और उचक्कों का पूरा गैंग मौजूद है। जो पलक झपकते ही लोगों को गुमराह कर उनका कीमती सामान ले उड़ता है। इनके ठगी का अंदाज औरों से जुदा है, इसलिए सीधा-सादा आदमी इनके बातों में फंसकर अपना माल-असबाब एक झटके में गंवा देता है। पुलिस ने इस गैंग के बारे में बताया है कि इसके सदस्य रास्ता चलते लोगों को पैसे आदि का लालच देकर अपना शिकार बनाते हैं। इन ठगों के गिरोह में महिलाएं और पुरुष भी हैं। प्राय: ये ठग बैंक और बाजार जैसे इलाकों में लोगों को निशाना बनाते हैं। आम तौर पर ये ठग रास्ते में 10-10 रुपये का नोट गिराकर लोगों को अपनी जाल में फांसते हैं।
चुटिया पुलिस ने सड़क पर दस-दस रुपये का नोट गिराकर झांसे में ले कार से बैग उड़ाने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में तारकेश्वर मदोलिया व युवराज स्वामी शामिल हैं। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे पश्चिम बंगाल के हुगली में रहते हैं। ये मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं। पुलिस को गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी मिली है, जिनकी खोज जारी है। आरोपितों ने बताया कि ये देश के विभिन्न शहरों में इसी तरह ठगी करते हैं और लोगों को झांसे में लेकर उनके रुपये उड़ा लेते हैं।
इन घटनाओं को दे चुके हैं अंजाम
- कोतवाली थाना क्षेत्र में कचहरी रोड स्थित एसबीआइ के समीप नोट गिराकर एक कार से पैसों से भरा बैग जनवरी में गायब कर दिया था।
- चुटिया थाना क्षेत्र में चार फरवरी की रात स्टेशन रोड स्थित होटल कैपिटोल रेसिडेंसी के सामने सड़क पर दस-दस रुपये का नोट गिराकर चालक को झांसे में लिया तथा कार से दस लाख रुपये से भरा बैग उड़ा लिया था।
- चुटिया थाना क्षेत्र में ही नौ जून को रांची क्लब गेट के पास खड़ी इनोवा कार का शीशा तोड़कर 35 लाख रुपये के जेवरात की चोरी कर ली थी।
- चुटिया क्षेत्र में ही पीपी कंपाउंड के समीप 15 जुलाई को एमइएस बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के चीफ इलेक्शन कमिश्नर वीपी संजीव की कार चार लाख रुपये से भरा बैग उड़ा लिए थे।