किचन का बजट बिगड़ा, रसोई गैस की कीमत 900 पार
रसोई गैस की कीमतों में तेल कंपनियों ने भारी बढ़ोतरी की है।
जागरण संवाददाता, रांची : रसोई गैस की कीमतों में तेल कंपनियों ने भारी बढ़ोतरी की है। कंपनियों ने गैर सब्सिडी वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में 149 रुपये की बढ़ोतरी की। गैस उपभोक्ताओं को अब घरेलू सिलेंडर लेने के लिए 925 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। इंडिया ऑयल के अनुसार उपभोक्ताओं को बढ़ी हुई कीमत पर गैस बुधवार से ही दी जाने लगी है। ऐसे में आमलोगों की पॉकेट पर बड़ी मार पड़ी है। गैस उपभोक्ताओं को अब 776 रुपये की बजाए 925 रुपये चुका रहे हैं। हालांकि उपभोक्ताओं को वर्तमान में करीब 341 रुपये सब्सिडी मिल रही है। बताया जा रहा है कि कंपनी के द्वारा पांच सालों में दाम की गयी सबसे बड़ी बढ़ोत्तरी में से ये एक है। गैस की कीमत बढ़ने से मध्य वर्ग और निम्न वर्ग परिवार को सबसे बड़ा झटका लगा है।
------------------------
गौरतलब है कि इसी माह की एक तारीख को कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत में 225 रुपये की हुई हुई थी। इस दौरान घरेलू सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ था। इस समय राची में कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 1861 रुपये है। रांची में अदिति गैस एजेंसी के मालिक उमेश राय ने बताया कि हर महीने रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी होती है। मगर इस बार महीने के बीच में हुआ है। रसोई गैस की कीमत में बढ़ोतरी का कारण विश्व बाजार है। मगर इसका नुकसान आम लोगों को उठाना पड़ रहा है। बुधवार को गैस लेने आने वाले लोगों में काफी निराशा दिख रही थी। लोग एजेंसी पर गुस्सा निकाल रहे हैं।
---------------------
पिछले पांच महीने में घरेलू सिलेंडर के दाम में हुई बढ़ोतरी (14.2 किग्रा रुपये में)
माह दाम बदलाव
फरवरी 2020 925 149
जनवरी 2020 776 22
दिसंबर 2019 754 19.50
नवंबर 2019 734 76
अक्टूबर 2019 658 13.50 :::::::::::::::::::
प्रतिक्रिया :::::
वैसे महंगाई की मार से किचन का बजट खराब हो रहा था। अब रसोई गैस की कीमत में 149 रुपये सरकार ने बढ़ा दिया। इससे अच्छा तो एक बार फिर से कोयले का इस्तेमाल शुरू कर देना चाहिए।
क्षमा सिंह, बूटी मोड़ पिछले कुछ महीने प्याज ने लोगों को रुलाया अब रसोई गैस। जिस परिवार की आय सीमित हो उसके लिए 149 रुपये काफी मायने रखते हैं। इससे हमारे किचन पर असर न पड़े ऐसा कैसे हो सकता है।
प्रीति सिन्हा, कोकर सरकार रसोई गैस के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए कई योजना चला रही है। वहीं दामों को बढ़ाकर हमारे जेब पर बोझ डाल रही है। हमारे पास कोई उपाय नहीं है। घर के किन कामों में कटौती करें।
सोना मंडल, मोरहाबादी रसोई घर से हमारे घर का बजट नियंत्रित होता है। लाजमी है कि गैस का दाम बढ़ने से हमारे जेब पर असर पड़ेगा। मंहगाई की मार से हमलोग अब परेशान हो गये हैं। आय सीमित है मगर खर्च लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
निभा सिन्हा, कोकर