माता-पिता को खो चुकी बच्चियों की सुधि लेने पहुंचे जस्टिस
तमाड़ में कोरोना ने तीन बच्चियों के माता-पिता को उनसे छीनकर अनाथ बना दिया। हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया। अब घर में अभिभावक के रूप में सिर्फ बूढ़े दादा बचे हैं।
जागरण संवाददाता, रांची-तमाड़ : तमाड़ में कोरोना ने तीन बच्चियों के माता-पिता को उनसे छीनकर अनाथ बना दिया। हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया। अब घर में अभिभावक के रूप में सिर्फ बूढ़े दादा बचे हैं। उनके कंधों पर तीन पोतियों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी आ गई है।
तमाड़ प्रखंड के सलगाडीह लोहराटोली निवासी राजेश लोहरा और उनकी पत्नी शारदा देवी की पिछले दिनों कोरोना संक्रमण से निधन हो गया। अपने पीछे तीन बेटियों पूजा कुमारी (15), निशा कुमारी (12) और खुशबू (10) को छोड़ गए। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।
घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए रविवार को झालसा के कार्यपालक अध्यक्ष जस्टिस अपरेश कुमार सिंह बच्चियों से मिलने उसके घर पहुंचे। बच्चियों से बातचीत की। तत्काल सहायता के रूप में परिवार को 10 हजार रुपये का चेक दिया। साथ ही, बूढ़े दादा को पेंशन से संबंधित कागजात दिए गए। मौके पर ही जस्टिस अपरेश कुमार सिंह ने झालसा, डालसा एवं जिला प्रशासन को यह निर्देश दिए कि बच्चियों के व्यस्क होने तक उनके विकास का ध्यान रखा जाए। योजनाओं का लाभ मिल रहा है कि नहीं, इसका प्रतिमाह निगरानी करें। पढ़ाई-लिखाई बाधित नहीं होनी चाहिए। जस्टिस के साथ झालसा के सदस्य सचिव मो. साकिर, उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति के सचिव संतोष कुमार, डालसा सचिव अभिषेक कुमार, तमाड़ के बीडीओ, थाना प्रभारी एवं अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
बच्चियों का सहारा बनेगी शिशु योजना, मिला आवास
बेसहारा बच्चियों को झालसा के शिशु योजना के तहत पुनर्वास का लाभ मुहैया कराया गया। वहीं, जस्टिस के निर्देश पर जिला प्रशासन की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलेगा। साथ ही, दो बच्चियों का प्रखंड के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नामांकन कराने की अनुशंसा की गई है। इसके बच्चियों को स्पॉनसरशिप स्कीम के तहत जोड़ने का काम प्रारंभ कर दिया गया है। झालसा की ओर से परिवार को आवश्यक सामग्री भी प्रदान की गई। परिवार के सभी सदस्यों का मेडिकल चेकअप कराया गया। किताबें एवं पढ़ाई से संबंधित सामग्री दी गई।