मैनहर्ट घोटाले की खुलेगी फाइल, रघुवर और बाबूलाल की भूमिका की होगी जांच : झामुमो
रांची राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के दलबल के साथ भाजपा में जाने को लेकर तैयार चल रही है। इस बीच झामुमो ने जोर देकर कहा क मैनहर्ट की फाइल खुल चुकी है और इसमें रघुवर दास और बाबूलाल की भूमिका की जांच होगी।
रांची : राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के दलबल के साथ भाजपा में जाने को लेकर सियासी माहौल गर्म हो गया है। सत्तासीन झारखंड मुक्ति ने आरोप लगाया है कि खुद को बचाने के लिए सारे भ्रष्टाचारी भाजपा में एकजुट हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए बाबूलाल मरांडी की मैनहर्ट घोटाले में मौन सहमति थी। तत्कालीन नगर विकास मंत्री रघुवर दास ने इस घोटाले को अंजाम दिया था। हेमंत सरकार इस घोटाले की जांच आरंभ करेगी, जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टंाचार्य के मुताबिक बाबूलाल मरांडी को पता था कि मैनहर्ट घोटाले का मामला सामने आएगा, इसलिए वे भाजपा में जा रहे हैं। आज भाजपा में सारे भ्रष्टाचारी लामबंद हैं। रघुवर सरकार के पांच साल के भ्रष्ट कारनामे का भी पिटारा खुलने जा रहा है। किसी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा।
बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए झामुमो ने कहा कि उन्होंने जनमत का अपमान किया है। भाजपा को उन्होंने डूबता जहाज बताया। कहा कि भाजपा की ऐसी स्थिति है कि पार्टी विधायक दल का नेता तक नहीं चुना जा सका।
बाबूलाल को ले जाकर वे विधायक दल का नेता चुनेंगे क्योंकि उनके पास नेतृत्व करने लायक कोई बचा नहीं है। बाबूलाल भी ऐसे जहाज पर जा रहे जो डूबने वाला है।
बाबूलाल का भाजपा में जाना संयोग, नहीं प्रयोग है ताकि वे खुद के साथ-साथ भ्रष्टाचार में लिप्त सभी लोगों को बचा सकें। झामुमो महासचिव ने बाबूलाल मरांडी को पालिटिकल सप्लायर करार देते हुए दावा किया कि पहले से इसका अंदेशा था। उनकी सच्चाई झारखंड मुक्ति मोर्चा पहचान चुकी थी। 2014 में विधानसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद उनकी सहमति से झाविमो के आठ विधायकों में से छह ने समर्थन देकर रघुवर दास की सरकार बनाई। 2019 के चुनाव में उनके पास केवल तीन विधायक बचे जिसमें दो विधायक समझ गए कि फिर भाजपा को मदद करने के लिए उनका इस्तेमाल किया जा रहा है तो उन्होंने नाराजगी जाहिर की।
बाबूलाल के साथ उनके कुछ व्यक्तिगत कर्मचारी ही भाजपा में शामिल होंगे, झाविमो कार्यकर्ता नहीं।
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अनुराग गुप्ता का निलंबन सही :
झामुमो ने सीआइडी के एडीजी अनुराग गुप्ता के निलंबन को सही बताया है। सुप्रियो भट्टंाचार्य ने कहा कि रघुवर दास समेत अन्य लोगों की भी इसमें सहभागिता थी। उन्होंने चुनाव आयोग के स्पष्ट निर्देश की अनदेखी की। अनुराग गुप्ता ने भाजपा के लिए वोट मैनेज करने का काम किया। रघुवर दास भी पांच करोड़ लेकर योगेंद्र साव के पास गए थे। बड़कागांव से विधायक अंबा प्रसाद ने भी यह आरोप लगाया है जो सही है।
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फुल कैबिनेट बनाएंगे हेमंत :
झामुमो महासचिव ने कहा कि रघुवर दास ने पांच साल तक मंत्री का एक पद रिक्त रखा। फिलहाल हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री का एक पद खाली है, जिसे जल्द भरा जाएगा। सरकार फुल कैबिनेट के साथ चलेगी।
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