Shibu Soren की बड़ी बहू विधायक सीता सोरेन का आरोप- झामुमो को जेबी संस्था बनाने पर तुले हैं कुछ लोग Ranchi News
झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन ने शिबू सोरेन को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने पार्टी महासिचव पर साजिश रचने का आरोप लगाया है।....
रांची (राज्य ब्यूरो)। राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा के भितरखाने सबकुछ ठीक-ठाक नहीं है। झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन की बड़ी बहू और जामा से पार्टी की विधायक सीता सोरेन नाराज हैं और उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ साजिश चल रही है। गुरुवार को उन्होंने अपनी नाराजगी खुलकर व्यक्त की और झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन को एक पत्र भी लिखा। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी महासचिव विनोद पांडेय मेरे खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
वे जिस पार्टी कार्यकर्ता से मुलाकात करती हैं, उन्हें संगठन से निष्कासित कर दिया जाता है। दावा किया कि झामुमो को कुछ चंद लोग अपनी जेबी संस्था बनाने की मंशा से कार्य कर रहे हैं। सीता सोरेन ने लिखा है-पार्टी गुरूजी (शिबू सोरेन) और मेरे पति स्वर्गीय दुर्गा सोरेन के खून-पसीने से सींची गई है। सीता सोरेन के मुताबिक कुछ दिनों पहले चतरा के आम्रपाली परियोजना के विस्थापितों के निमंत्रण पर वह सीसीएल के खिलाफ बैठक में शामिल होने के लिए गई थी।
उसी दौरान विनोद पांडेय के इशारे पर वहां के जिला अध्यक्ष पंकज कुमार प्रजापति ने सभी पार्टी के कार्यकर्ताओं को मुझसे मुलाकात नहीं करने का फरमान सुनाया। इस दौरान मुझसे मिलने वाले सभी कार्यकर्ताओं को साजिश के तहत आरोप लगाते हुए विनोद पांडेय के आदेश पर वहां के जिलाध्यक्ष द्वारा निष्कासित कर दिया गया, जो कि अनुचित है। आरोप लगाया कि उनके खिलाफ भी विनोद पांडेय ने केंद्रीय कार्यालय के नाम कुछ लिखवा कर रखा है। सीता सोरेन ने ने आग्रह किया है कि केंद्रीय महासचिव होने के नाते उनकी बातों को पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन संज्ञान में लें।
मुझे नहीं पत्र की जानकारी विनोद पांडेय
सीता सोरेन के पत्र को लेकर पार्टी महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। सीता सोरेन पार्टी की विधायक हैं। उन्होंने अध्यक्ष को सीधे पत्र लिखा है। अगर अध्यक्ष के स्तर से उनसे पूछा जाएगा तो पार्टी फोरम पर इसका जवाब देंगे।
कहीं हेमंत सोरेन पर निशाना तो नहीं
झारखंड मुक्ति मोर्चा में सीता सोरेन की गतिविधियों को लेकर अलग-अलग बातें हो रही है। पत्र को झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ अप्रत्यक्ष हमले के तौर पर भी देखा जा रहा है। झामुमो महासचिव विनोद पांडेय हेमंत सोरेन के विश्वस्त हैं और सांगठनिक मामलों में उनकी गहरी पकड़ है। सीता सोरेन पूर्व में भी अपने विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को लेकर भी लगातार सार्वजनिक मंच से नाराजगी व्यक्त करती रहीं हैं। कुछ दिनों पूर्व गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी सीता सोरेन का समर्थन करते हुए कहा था कि झारखंड मुक्ति मोर्चा उनकी विरासत है और उन्हें इसे संभालने के लिए आगे आना चाहिए।
दुर्गा सोरेन की जयंती पर दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को अपने अग्रज स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की 52वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री आवास में उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर कहा कि बड़े दादा के इस दुनिया में नहीं होने पर जो खालीपन आया है, उसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। वे आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके कार्य सदैव याद रखे जाएंगे। उनमें गजब की नेतृत्व क्षमता थी। लोगों की समस्याओं का समाधान उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता थी। उनकी सोच और सपनों के अनुरूप झारखंड बनाने के लिए मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद और विनोद पांडेय ने भी इस मौके पर स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया।