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आरा-छपरा के लोगों को झारखंड में क्‍यों दे दी नौकरी, झामुमो विधायक लोबिन के बयान से बरपा हंगामा

बीते दिन सदन में लोबिन हेम्ब्रम के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ ही हंगामे का प्लाट तैयार हो गया था। लोबिन ने कहा-स्थानीय नीति लाकर रघुवर सरकार ने आरा-छपरा के लोगों के बीच नौकरियां बांटी

By Alok ShahiEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 12:20 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jan 2020 10:09 PM (IST)
आरा-छपरा के लोगों को झारखंड में क्‍यों दे दी नौकरी, झामुमो विधायक लोबिन के बयान से बरपा हंगामा
आरा-छपरा के लोगों को झारखंड में क्‍यों दे दी नौकरी, झामुमो विधायक लोबिन के बयान से बरपा हंगामा

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के तीसरे दिन बवाल भले ही कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के बयान, तबरेज प्रकरण की चर्चा करने और उसके साथ भाजपा और आरएसएस का नाम लेने से शुरू हुआ हो लेकिन हंगामे का प्लॉट लोबिन हेम्ब्रम के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ ही शुरू हो गया था। लोबिन ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट और स्थानीय नीति का जिक्र कर पूर्व की सरकार को निशाने पर लिया तो भाजपा विधायकों ने भी खड़े होकर अपना विरोध दर्ज कराया।

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लोबिन ने कहा, रघुवर सरकार ने स्थानीय नीति लाकर आरा-छपरा के लोगों को नौकरी दी। लोबिन के इतना कहते ही भाजपा विधायक अपनी सीट पर खड़े हो गए। इस पर लोबिन ने तंज कसा कि अब भी आप लोग आदत सुधारिए। इस पर भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि आप लोगों ने छह माह में पांच लाख नौकरी देने की बात कही है। भानु को संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने जवाब दिया कहा, अभी छह माह नहीं हुए हैं। स्पीकर रवींद्र नाथ महतो  ने भी हस्तक्षेप किया कहा, सदन को सिस्टम में चलने दें, इतना उतावला होने की जरूरत नहीं है।

लोबिन हेम्ब्रम ने धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा ही सीएनटी-एसपीटी एक्ट से शुरू की। इसे जनजातीय आबादी का रक्षा कवच बताया। कहा, यदि यह न होता तो यहां के लोगों को गाछ के नीचे रहने का भी हक नहीं मिलता। यह भी कहा कि रघुवर सरकार ने सीएनटी-एसपीटी एक्ट में छेड़छाड़ का प्रयास किया, जिसे बचाने के लिए आंदोलन हुआ। सीएनटी-एसपीटी जैसा मजबूत एक्ट होने के बावजूद आदिवासी-मूलवासी की जमीन कौड़ी के भाव बिकी। कमिश्नर व डिप्टी कमिश्नर ने ध्यान नहीं दिया। लोबिन ने रोजगार का भी जिक्र किया।

लोबिन ने भाजपा विधायकों से मुखातिब होते हुए कहा कि पारा शिक्षक आपकी सरकार में हक लेने गए लेकिन आपने धुन कर गाय-बैल की तरह पिटाई की। आंगनबाड़ी सेविका को पुलिस से पिटवाया और बेटी-बचाओ की बात करते हैं। इसके बाद सीपी सिंह और इरफान अंसारी आमने सामने हो गए और मामला गरम हो गया। 

स्पीकर अनुरोध करते रहे, न इरफान पीछे हटे, न भाजपा विधायक

तबरेज हत्याकांड को लेकर की गई इरफान अंसारी की टिप्पणी को स्पीकर ने विपक्ष की मांग पर स्पंज कर दिया। बावजूद यह मामला थमा नहीं। सदन के भीतर स्पंज किए जाने के बाद कई बार यह मामला उठा। जिससे स्पीकर आहत नजर आए। स्पीकर के अनुरोध को न तो कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने माना और न ही भाजपा विधायकों ने। इरफान माफी न मांगने की बात पर अड़े रहे। स्पीकर ने व्यक्तिगत तौर पर कई बार इरफान अंसारी से खेद व्यक्त करने को कहा लेकिन उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि इरफान अंसारी माफी नहीं मांगेगा। 

राजेंद्र सिंह बोले, सीपी सिंह मांगें माफी

सीपी सिंह के पाकिस्तान वाले बयान पर कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह समेत सत्ता पक्ष के कई विधायकों ने सीपी सिंह से एक स्वर में माफी मांगने को कहा। लेकिन सीपी सिंह ने माफी नहीं मांगी।


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