Move to Jagran APP

झामुमो के कद्दावर नेता सह पूर्व मंत्री साइमन मरांडी का निधन, CM हेमंत सोरेन ने कहा- साइमन दा की कमी हमेशा खलेगी

झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता साइमन मरांडी का निधन हो गया है। कोलकाता के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि पिछले एक महीने से साइमन मरांडी की तबियत खराब थी। बता दें कि साइमन मरांडी झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापकों में रहे हैं।

By Vikram GiriEdited By: Published: Tue, 13 Apr 2021 08:38 AM (IST)Updated: Tue, 13 Apr 2021 10:46 AM (IST)
झामुमो के कद्दावर नेता सह पूर्व मंत्री साइमन मरांडी का निधन, CM हेमंत सोरेन ने कहा- साइमन दा की कमी हमेशा खलेगी
झामुमो के कद्दावर नेता सह पूर्व मंत्री साइमन मरांडी का निधन। जागरण

रांची, राज्य ब्यूरो । झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता साइमन मरांडी का निधन हो गया है। कोलकाता के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि पिछले एक महीने से साइमन मरांडी की तबियत खराब थी। बता दें कि साइमन मरांडी झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापकों में रहे हैं। उनके निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि झामुमो के वरिष्ठ नेता एवं लिट्टीपाड़ा से पूर्व विधायक साइमन मरांडी जी का निधन एक अपूरणीय क्षति है। झारखंड संघर्ष में विशेष योगदान देने वाले साइमन दा की कमी हमेशा खलेगी। परमात्मा उनकी आत्मा को शांति प्रदान कर परिवार और कार्यकर्ताओं को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।

loksabha election banner

वहीं झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी उनके निधन पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, साइमन मरांडी जी के निधन की दुखद सूचना मिलने से मन व्यथित है। झारखंड ने आज अपना एक लाल खो दिया है। उनसे आत्मीय संबंध थे। ईश्वर से उनकी आत्मा के शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। ईश्वर परिजनों और शुभचिंतकों को दुख सहने का साहस दे।

आपको बता दें कि पहली बार वे 1977 में विधानसभा सदस्य चुने गए। उन्होंने पांच बार (1977, 1980, 1985, 2009, व 2017) विधानसभा में लिट्टीपाड़ा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। इसके अलावा वे 1989 में राजमहल संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए थे। गौरतलब है कि झामुमो के कद्दावर नेता की तबीयत बिगड़ने पर उनके पुत्र लिट्टीपाड़ा विधायक दिनेश मरांडी ने 14 मार्च को उन्हें कोलकाता के टैगोर अस्पताल में भर्ती कराया था। जिसके बाद भी उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई थी। विधायक रहे। साल 1977 में पहला चुनाव उन्होंने निर्दलीय लड़ा था। इसके बाद झामुमो की टिकट पर वे विधायक रहे। 2014 के विधानसभा चुनाव में झामुमो ने उनकी जगह डॉ. अनिल मुर्मू को लिट्टीपाड़ा से उतारा तब उन्होंने भाजपा का दामन थामकर लिट्टीपाड़ा से चुनाव लड़ा था। इसमें उनकी हार हुई थी। साइमन मरांडी झामुमो के टिकट पर राजमहल सीट से 1989 व 1991 में सांसद रह चुके है। वे हेमंत सोरेन की सरकार में साल 2013 में मंत्री भी रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.