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चतरा में ओलावृष्टि के कारण खेती बर्बाद, अभी कड़ाके की ठंड से लोगों को नहीं मिलने वाली राहत

Jharkhand Weather Update पिछले चार दिनों से मौसम (Weather) का मिजाज बदला-बदला हुआ है। आसमान में बादल (Cloud) छाया है और कोहरे की परत गाढी है। अर्थात सूर्य (Sun) का दर्शन नहीं हो रहा है। तापमान (Temperature) में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।

By Sanjay KumarEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 11:09 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 11:10 AM (IST)
चतरा में ओलावृष्टि के कारण खेती बर्बाद, अभी कड़ाके की ठंड से लोगों को नहीं मिलने वाली राहत
Jharkhand Weather Update : चतरा में ओलावृष्टि के कारण 10 एकड़ की खेती बर्बाद, सर्दी से लोगों को निजात नही

चतरा, जागरण संवादाता। Jharkhand Weather Update : पिछले चार दिनों से मौसम (Weather) का मिजाज बदला-बदला हुआ है। आसमान में बादल (Cloud) छाया है और कोहरे की परत गाढी है। अर्थात सूर्य (Sun) का दर्शन नहीं हो रहा है। तापमान (Temperature) में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। सोमवार को यहां का न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि मंगलवार को भी न्यूनतम तापमान 6 डिग्री ही रहने का पुर्वानुमान है।

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सुबह को 11:00 बजे के बाद खुल रही है दुकानें

कोहरा और बादल की वजह से रबी फसलों को व्यापक नुकसान हुआ। खासकर आलू, टमाटर, मटर एवं अन्य दूसरी सब्जी की फसलों में तरह-तरह के रोग लग रहे हैं। ठंड के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है।

शाम ढलते ही चौक-चौराहों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। सुबह को 11:00 बजे के बाद दुकानें खुल रही है। वहीं शाम ढलते ही दुकानें बंद हो जा रही है। आम तौर पर सामान्य दिनों में यहां पर 9:00 बजे सुबह तक दुकानें खुल जाती थी।

मंगलवार को भी न्यूनतम तापमान 6 डिग्री रहेगा

कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डा. रंजय कुमार सिंह ने बताया कि आने वाले तीन-चार दिनों तक ठंड का प्रकोप इसी तरह से बरकरार रहेगा। उन्होंने मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के आधार पर बताया कि मंगलवार को भी न्यूनतम तापमान 6 डिग्री और अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहेगा। वैसे बुधवार से तापमान में मामूली बढ़ोतरी की संभावना है। बुधवार का तापमान 8 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।

ओलावृष्टि में आलू और टमाटर की फसलें हुई ज्यादा प्रभावित

डा. सिंह ने बताया कि कोहरा और शीतलहर के कारण रबी फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है। खासकर आलू, मटर एवं टमाटर की फसलों में झुलसा रोग रोग लग गया है। जिससे उसका उत्पादन क्षमता प्रभावित हो रही है। इन फसलों को ओलावृष्टि से भी नुकसान हुआ है। एक सप्ताह पूर्व बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि में आलू और टमाटर की फसलें ज्यादा प्रभावित हुई है।

करीब 10 एकड़ खेती ओलावृष्टि से प्रभावित

सदर प्रखंड के बरैनी गांव के कृषक रामनरेश भारती ने बताया कि ओलावृष्टि से टमाटर की फसलों को उनके क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि करीब 10 एकड़ खेती ओलावृष्टि से प्रभावित हुई है। इसी प्रकार डहुरी गांव के कुंदन दिंगी ने बताया कि उनके क्षेत्र में बारिश और ओलावृष्टि अधिक तबाही मचाई है। उन्होंने जिला प्रशासन से ओलावृष्टि और बारिश से फसलों के हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति की मांग की है।


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