गूगल मैप पर प्रदर्शित होंगे सिमडेगा के 8 पर्यटन स्थल, सुविधा बढ़ाने के लिए DC ने दिए निर्देश
Jharkhand Simdega News सिमडेगा के उपायुक्त ने जिले के 8 स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में अधिसूचित किया है। यहां विकास और सुविधा बढ़ाई जाएगी। मुख्य चौक-चौराहों में पर्यटन स्थल की दूरी एवं दिशा से संबंधित साइनेज लगाने का निर्देश दिया गया है।
सिमडेगा, जासं। सिमडेगा के डीसी सुशांत गौरव ने अधिसूचित किए गए सभी 8 पर्यटक स्थलों को गूगल मैप में प्रदर्शित कराने की बात कही है, ताकि पर्यटकों को आने-जाने में कोई परेशानी न हो। उन्होंने संबंधित अभियंता को कहा है कि यदि किसी भी पर्यटन स्थल के विकास में वन भूमि आड़े आता है तो अपर समाहर्ता एवं वन पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए ससमय फॉरेस्ट क्लीयरेंस कराते हुए निर्माणाधीन कार्य कराएं। प्रखंड विकास पदाधिकारी को प्रखंड स्तरीय पर्यटन समिति की बैठक करते रहने का निर्देश दिया। 15 दिनों में पर्यटन स्थल से संबंधित खैरियत प्रतिवेदन एवं की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया। बीडीओ, सीओ, थाना प्रभारी संयुक्त रूप से विधि व्यवस्था को लेकर पर्यटन स्थलों का निरीक्षण करते रहने की बात कही।
पर्यटन स्थलों में विकास व सुविधा के लिए बढ़े कदम
डीसी सुशांत गौरव की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पर्यटन संवर्धन समिति की बैठक हुई। इसमें डीसी ने बताया कि पर्यटन विभाग, झारखंड रांची के निदेशक की अध्यक्षता में आयोजित हुई राज्य स्तरीय पर्यटन संवर्धन समिति द्वारा जिला स्तरीय बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में मां बाघचंडी मंदिर, छुरिया धाम, घुमरी, वनदुर्गा मंदिर, केतुंगाधाम, बीरूगढ़, सतकोठा एवं भंवरपहाड़ गढ़ को पर्यटन स्थल के रूप में अधिसूचित किया गया है। यह जिले के लिए गर्व की बात है।
राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के द्वारा सभी चयनित आठ पर्यटन स्थलों का विकास किया जाएगा। छुरिया धाम में पीसीसी, शेड, सीढ़ी आदि का निर्माण, घुमरी में शेड निर्माण, वनदुर्गा में हाई मास्ट लाइट, पथ निर्माण, केतुगांधाम में मोरम पथ, चेंजिंग रूम, चबूतरा, भंवरपहाड़ में हाई मास्ट लाइट, शेड, बाघचंडी में हाई मास्ट लाइट निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया। बीरूगढ़ के द्वारा एनओसी प्राप्त होने के पश्चात अग्रेतर विकास के कार्यों का कार्य शुरू करने की बात कही। उपायुक्त ने संबंधित कार्यपालक अभियंता को सभी पर्यटन स्थलों के एनएच एवं मुख्य चौक-चौराहों पर पर्यटन स्थल की दूरी एवं दिशा से संबंधित साइनेज लगाने का निर्देश दिया।
केलाघाघ पर्यटक स्थल के विकास को लेकर भी चर्चा की गई। उपायुक्त ने बताया कि केलाघाघ को सुंदर एवं आकर्षक बनाने की दिशा में आर्किटेक्ट के द्वारा विकास से संबंधित माॅडल स्थल का निरीक्षण करते हुए तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में ट्राइबल सर्किट भी विकसित करने का कार्य जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। बैठक में अपर समाहर्ता, वन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, नगर परिषद् के अध्यक्ष, विधायक प्रतिनिधि, एसडीपीओ सहित जिला स्तरीय पर्यटन संवर्धन समिति सदस्य थे।