Move to Jagran APP

उत्तर प्रदेश के रास्ते हरियाणा-पंजाब जा रहा झारखंड का अफीम, 7 किलो अफीम के साथ किशोरी समेत 5 तस्‍कर धराए

Jharkhand Ranchi Police News नारकोटिक्‍स कंट्रोल ब्‍यूरो रांची जोनल की टीम ने तुपुदाना क्षेत्र से तस्‍करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 02 Sep 2020 01:34 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2020 05:37 PM (IST)
उत्तर प्रदेश के रास्ते हरियाणा-पंजाब जा रहा झारखंड का अफीम, 7 किलो अफीम के साथ किशोरी समेत 5 तस्‍कर धराए
उत्तर प्रदेश के रास्ते हरियाणा-पंजाब जा रहा झारखंड का अफीम, 7 किलो अफीम के साथ किशोरी समेत 5 तस्‍कर धराए

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। रांची से उत्तर प्रदेश के रास्ते हरियाणा-पंजाब तक झारखंड का अफीम पहुंच रहा है। एक दिन पूर्व रांची के तुपुदाना से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने 7.5 किलोग्राम अफीम के साथ पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों ने अफीम तस्करी के अपने पूरे नेटवर्क का खुलासा किया है।

loksabha election banner

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की रांची टीम ने गुप्त सूचना पर तुपुदाना के हुलहुंडू से एक सितंबर को झारखंड नंबर की एक सेलेरियो कार को पकड़ा था। कार में एक नाब‍ालिग लड़की सहित कुल पांच लोग थे, जिनके पास से साढ़े सात किलोग्राम अफीम बरामद हुआ। गिरफ्तार आरोपितों में मंगल सिंह मुंडा, अनिल पूर्ति, अरुण दांगी, देवेंद्र राम व एक नाबालिग लड़की शामिल है।

गिरफ्तार अरुण दांगी चतरा जिले के इटखोरी का रहने वाला है, जबकि अन्य चार आरोपित खूंटी के रहने वाले हैं। पूछताछ में आरोपितों ने बताया है कि अफीम खूंटी से हजारीबाग जाता और वहां से उत्तर प्रदेश पहुंचाया जाता। वहां से पंजाब-हरियाणा में अफीम की सप्लाई होती रही है।

अफीम तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने में एनसीबी के ये अधिकारी जुटे

अफीम तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पटना जोन व रांची सब जोन के अधिकारी-कर्मी गंभीरता से जुटे हुए हैं। इस टीम में एनसीबी पटना जोन के निदेशक कुमार मनीष, अधीक्षक सुरेश कुमार, इंटेलिजेंस अधिकारी एम. मीना कुमारी, संजय कुमार ओहदार, सहयोगी सुरजीत कुमार, कृष्ण पाणिग्रही, निकुंजबन चक्रवर्ती, कुश कुमार, संतोष शाही शामिल हैं।

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में फल-फूल रहा है अफीम का कारोबार

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के उप निदेशक अभियान केपीएस मल्होत्रा के अनुसार झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अफीम की खेती व इसका कारोबार फल-फूल रहा है। घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र जहां पुलिस-प्रशासन की पहुंच नहीं है, वहां अफीम की खेती हो रही है और वहां से तस्करों के माध्यम से अफीम पंजाब-हरियाणा जैसे राज्यों तक पहुंच रहा है।

चतरा व खूंटी के जंगलों में अफीम की खेती हुई, फसल पूरा हो गया और अफीम अब तस्करी के लिए तैयार हो चुका है। यही कारण है कि पिछले एक महीने में आए दिन नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो गुप्त सूचना पर छापेमारी कर इसकी बरामदगी कर रहा है और इसके तस्करों को दबोच रहा है।

11 अगस्त को ओरमांझी के टॉल प्लाजा के पास हुई थी 14 किलोग्राम अफीम की बरामदगी

एनसीबी की रांची सब जोन की टीम ने 11 अगस्त को ओरमांझी के पुंदाग स्थित टॉल प्लाजा के पास चंडीगढ़ नंबर की स्वीफ्ट डिजायर कार से 14 किलोग्राम अफीम को जब्त किया था। कार का चालक विनोद कुमार गिरफ्तार किया गया था। वह चंडीगढ़ के विकास नगर का रहने वाला था और कार का चालक ही नहीं, कार का मालिक भी था।

एनसीबी की टीम ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की थी तब उसने अफीम तस्कर कांके मनातू निवासी मधु महतो की जानकारी दी थी। एनसीबी की टीम ने मधु महतो के घर में छापा मारा तो उसके यहां से दो किलोग्राम अफीम के अलावा 20 लाख 80 हजार रुपये नकदी भी बरामद किया था। मधु महतो ने एनसीबी को को जानकारी दी थी कि उसे खूंटी का सप्लायर अफीम उपलब्ध कराता है। तब से ही एनसीबी को खूंटी के तस्करों की तलाश है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.