Jharkhand Politics: प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह की खरी-खरी, संगठन के साथ चलें कांग्रेस विधायक
Jharkhand Politics झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह ने पार्टी विधायकों के साथ उनके क्षेत्रों के मुद्दों से लेकर राज्य के हालात तक पर चर्चा की और सभी विधायकों को संगठन के साथ चलने का टास्क दिया है। आरपीएन ने जिलाध्यक्षों और जोनल को-ऑर्डिनेटरों की जवाबदेही भी तय की।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Politics झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह ने पार्टी विधायकों के साथ उनके क्षेत्रों के मुद्दों से लेकर राज्य के हालात तक पर चर्चा की और सभी विधायकों को संगठन के साथ चलने का टास्क दिया है। आरपीएन ने जिलाध्यक्षों और जोनल को-ऑर्डिनेटरों के साथ बैठक में अंतिम व्यक्ति तक सरकार के कार्यों को पहुंचाने की जवाबदेही भी दी। इसके साथ ही सरकार गठन के एक वर्ष से अधिक हो जाने के बाद कांग्रेस उन कार्यकर्ताओं और नेताओं की चिंता कर रही है जिन्हें पार्टी से विभिन्न प्रकार की जिम्मेदारियों की उम्मीद है।
ऐसे में 20 सूत्री समितियों से लेकर निगरानी समिति तक के लिए पार्टी नेतृत्व अपने स्तर से निर्णय ले रहा है। विभिन्न समितियों में कांग्रेस अपना हिस्सा मांग रही है और पार्टी को कम से कम 40 फीसद तक मिलने का अनुमान है। इस मसले पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात कर निर्णय लेंगे। कांग्रेस ने इसके लिए होम वर्क भी पूरा कर लिया है।
पिछले दिनों सभी जिलों से पार्टी ने 20 सूत्री कमेटियों के लिए नामों की अनुशंसा मांगी थी। सूचना के अनुसार विधायकों और जिला कमेटियों की ओर से सूची सौंप दी गई है। माना जा रहा है कि प्रखंड स्तर पर 20 सूत्री कमेटियों को लेकर कांग्रेस ने अपनी टीम तैयार कर ली है। प्रदेश नेतृत्व ने जिलों से प्राप्त सूची को आरपीएन सिंह को सौंप दिया है। अब मुख्यमंत्री से बात करने के बाद तमाम नामों को हरी झंडी मिल जाएगी। इधर, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने इस मामले में अपने स्तर से छोटे स्तर के कार्यकर्ताओं तक को संतुष्ट करने का फार्मूला तैयार कर लिया है।
जिलाध्यक्षों से कहा, केंद्र की नाकामियों को जनता तक पहुंचाएं
प्रभारी आरपीएन सिंह ने शनिवार को अपने दौरे के दूसरे दिन जोनल को-ऑर्डिनेटरों, जिलाध्यक्षों और वरिष्ठ कांग्रेस जनों के साथ बैठक की और कहा कि जिलाध्यक्षों की जिम्मेदारी बनती है कि वह पंचायत स्तर पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर संगठन को गति प्रदान करें। प्रमुख कार्यकर्ताओं से कहा कि केंद्र सरकार की नाकामियों को जनता के बीच सफलता के साथ उजागर करें।
झारखंड प्रभारी ने कहा कि केंद्र सरकार के तानाशाही रवैये के कारण आज युवा, किसान, महिलाएं आदि नाराज हैं। ऐसे में कांग्रेस की यह जिम्मेदारी बनती है कि हम लोकतंत्र को बचाए रखें, क्योंकि देश लोकतंत्र से ही चलता है, जबकि भाजपा की सरकार इसे हठधर्मिता के साथ लाठी तंत्र से चलाना चाहती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से राज्य सरकार की उपलब्धियां दूर-दूर तक पहुंचाने की अपील की है।
प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने बताया कि बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मानस सिन्हा, संजय लाल पासवान, केशव महतो कमलेश, जोनल कोऑर्डिनेटर, रमा खलखो, अशोक चौधरी, भीम कुमार, सुल्तान अहमद आदि मौजूद थे।