Move to Jagran APP

हेमंत सोरेन पर चुनाव आयोग ले सकता है बड़ा फैसला, संभावित कार्रवाई पर टिकीं नजरें; सीएम ने भेजा जवाब

Jharkhand Politics भारत निर्वाचन आयोग को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपना जवाब सौंप दिया है। हेमंत ने आयोग को दिए जवाब में कहा कि उनके पास कोई माइनिंग लीज नहीं है। चुनाव आयोग ने हेमंत को जवाब देने के लिए 10 दिनों का अतिरिक्त समय दिया था।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 07:46 PM (IST)Updated: Sat, 21 May 2022 08:29 AM (IST)
हेमंत सोरेन पर चुनाव आयोग ले सकता है बड़ा फैसला, संभावित कार्रवाई पर टिकीं नजरें; सीएम ने भेजा जवाब
Jharkhand Politics: भारत निर्वाचन आयोग को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपना जवाब सौंप दिया है।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Politics माइनिंग लीज आवंटन को लेकर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा भेजी गई नोटिस का झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जवाब सौंप दिया है। विशेष प्रतिनिधि के जरिए आयोग को भेजे गए जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया है कि उनके पास फिलहाल कोई माइनिंग लीज नहीं है। उनके खिलाफ लगाया गया आरोप पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है। गौरतलब है कि भाजपा के एक उच्चस्तरीय शिष्टमंडल ने राज्यपाल रमेश बैस को शिकायत की थी कि मुख्यमंत्री ने अपने नाम से रांची के अनगड़ा में पत्थर खनन लीज लिया है। यह जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन है। इस आलोक में उनकी सदस्यता निरस्त की जाए।

loksabha election banner

राज्यपाल रमेश बैस ने इसपर भारत निर्वाचन आयोग का मंतव्य मांगा था। चुनाव आयोग ने इस सिलसिले में हेमंत सोरेन को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। पहले जवाब देने की मियाद 10 मई तय की गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने अपनी मां की बीमारी का हवाला देकर समय की मांग की थी। आयोग ने 10 दिनों का अतिरिक्त समय दिया था। आयोग को भेजे गए जवाब में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जिक्र किया है कि रांची के अनगड़ा मौजा में 88 डिसमिल जमीन की माइनिंग लीज 17 मई 2008 को दस साल के लिए दिया गया था।

वर्ष 2018 में उन्होंने लीज नवीकरण के लिए आवेदन दिया था, लेकिन आवेदन अस्वीकृत कर दिया गया। इसके बाद रांची के उपायुक्त ने वर्ष 2021 में नए सिरे से माइनिंग लीज के लिए आवेदन आमंत्रित किया। उन्होंने आवेदन दिया और नियमों का पालन करते हुए उन्हें माइनिंग लीज प्रदान की गई। उन्हें चार फरवरी तक खनन करने की अनुमति (सीओटी) नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने बगैर खोदाई किए लीज सरेंडर कर दिया। उनके पास कोई माइनिंग लीज नहीं है।

हेमंत सोरेन ने भारत निर्वाचन आयोग को भेजे गए जवाब में कहा है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप मनगढ़ंत और गलत भावना से प्रेरित है। वे पूरी तरह निर्दोष हैं। जब उनसे आयोग ने स्पष्टीकरण मांगा तो उनके पास कोई खनन लीज नहीं था। उन्होंने इसका कोई लाभ नहीं लिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.