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Jharkhand: भाजपा को मुद्दा थमा गए तेज प्रताप, विपक्षी पार्टी ने लालू यादव के बहाने हेमंत सोरेन पर साधा निशाना

Jharkhand Political Updates भाजपा तेज प्रताप के 60 गाडिय़ों के साथ रांची आने को लेकर हमलावर रही। सोशल मीडिया में भी रांची से पटना तक बहस तेज हुई।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 08:25 AM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 10:07 AM (IST)
Jharkhand: भाजपा को मुद्दा थमा गए तेज प्रताप, विपक्षी पार्टी ने लालू यादव के बहाने हेमंत सोरेन पर साधा निशाना
Jharkhand: भाजपा को मुद्दा थमा गए तेज प्रताप, विपक्षी पार्टी ने लालू यादव के बहाने हेमंत सोरेन पर साधा निशाना

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Political Updates चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू को रिम्स में वीआइपी ट्रीटमेंट देकर अलग बंगला क्यों अलॉट किया गया है और लंबे-चौड़े काफिले के साथ लालू से मिलने आए तेजप्रताप पर लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन में कार्रवाई क्यों नहीं हुई। ये वे दो सवाल हैं जो झारखंड में भाजपा नेता दो दिनों से सरकार को घेरते हुए उठा रहे हैं। शुक्रवार को भी दिनभर भाजपाई यह मुद्दा उठाते रहे। इस बीच तेजप्रताप पर बिना क्वारंटाइन हुए बिहार लौट जाने को लेकर मामला भी दर्ज हो गया, लेकिन इस मुद्दे पर राजनीति बंद नहीं हुई।

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बिहार के राजद विधायक तेजप्रताप यादव गुरुवार को रांची आए तो थे अपने पिता लालू प्रसाद से मिलने, लेकिन जाते-जाते वह भाजपा को सरकार के खिलाफ उछालने का मुद्दा भी थमा गए। भाजपा के तमाम नेता लालू के बहाने हेमंत सरकार पर निशाना साधते नजर आ रहे हैं। दिग्गज नेता और चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद अध्यक्ष अभी रांची स्थित रिम्स में इलाजरत हैं। फिलहाल वह रिम्स के डायरेक्टर बंगले में हैं और उनका बंगला भी बीच-बीच में राजनीति का केंद्र बन जाता है।

गुरुवार को उनके बेटे तेज प्रताप यादव का भारी भरकम काफिले के साथ रांची आना और रिम्स के पास उनके समर्थकों द्वारा हंगामा करने को भाजपाई मुद्दा बना रहे हैं। बिहार व झारखंड को एक-दूसरे से अलग हुए 20 वर्ष होने को हैं, लेकिन दोनों राज्यों की राजनीति एक-दूसरे को छोडऩे को राजी नहीं है। ऐसे में बिहार में विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आते ही झारखंड का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। फिलहाल लालू और तेजप्रताप यादव के मामले पर झारखंड में राजनीति उफान पर है।

सोशल मीडिया में छाया तेजप्रताप के काफिले का वीडियो

तेज प्रताप अब वापस पटना लौट गए हैं लेकिन यह मुद्दा धरातल से लेकर सोशल मीडिया तक छाया हुआ है। तेज प्रताप का बड़े काफिले के साथ आना, रिम्स परिसर में उनके समर्थकों का हंगामा करना और होटल में अपने समर्थकों के साथ बिना किसी प्रशासनिक मंजूरी के रुकना झारखंड सरकार की भी किरकिरी करा गया। भाजपा ने इस मुद्दे को लपकते हुए रांची से पटना तक इसे हवा देना शुरू कर दिया है। होटल संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर प्रशासन कितनी भी लीपापोती कर ले, लेकिन मामला हाथ से निकल गया। तेज प्रताप के काफिले के वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

कैसे पहुंच गया काफिला

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव कहते हैं कि हेमंत सोरेन सरकार में कानून सबके लिए बराबर नहीं है। लालू प्रसाद के पुत्र तेज प्रताप यादव 60 गाडिय़ों के काफिले के साथ लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाते रांची पहुंच जाते हैं, लेकिन सरकार के साथ प्रशासन सोया रहा। अब जब भाजपा ने दबाव बढ़ाया तो सरकार मजबूरन क्वांरटाइन के उल्लंघन का मामला दर्ज कर रही है।


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