झारखंड कांग्रेस में 2 गुट, दोनों ओर आग, पर तात्कालिक तौर पर चुप्पी Ranchi News
Jharkhand Political Update. कांग्रेस के नेता-विधायक अनुशासन की हिदायत के बाद साथ चलने को तैयार हुए। प्रदेश अध्यक्ष भी तीनों विधायकों को बुलाकर बात करेंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड प्रदेश कांग्रेस में दो गुट तो साफ-साफ दिखने लगे हैं, लेकिन अभी दोनों को अलग-अलग गतिविधियां चलाने से मना करने में केंद्रीय नेतृत्व सफल होता दिख रहा है। यही कारण है कि एक गुट को अनुशासन के नाम पर चुप कराया गया है, तो दूसरे गुट को जिम्मेदारी दी गई है कि सभी से मिल बैठकर समस्याओं का निदान निकाल लें।
सूत्रों की मानें तो शीघ्र ही प्रदेश अध्यक्ष उन विधायकों से मिल सकते हैं, जो हाल के दिनों में दिल्ली गए थे और जिन्होंने स्थानीय नेतृत्व के खिलाफ शिकायत की थी। प्रदेश अध्यक्ष ने विधायकों के साथ बैठक को बकरीद के कारण फिलहाल टाल दिया था, लेकिन जल्द ही यह बैठक बुलाई जा सकती है। ऐसा भी हो सकता है कि दूसरे बहानों से कांग्रेस नेताओं की बैठक बुलाई जाए, जिसमें इन बागी विधायकों से अलग से बात कर ली जाए।
अबूझ पहेली बन रही नौ विधायकों की सूची
बागी गुट ने नौ विधायकों का साथ मिलने का दावा किया था और यह दावा पूरी पार्टी के लिए अबूझ पहेली बनती जा रही है। दिल्ली जाने वाले तीन विधायकों के अलावा छह अन्य विधायकों के नाम को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। इनमें से अधिक संख्या आदिवासी विधायकों के होने की बात कही जा रही है, लेकिन अभी नाम स्पष्ट होने में समय लगेगा।